राष्ट्रीय (02/04/2015)
पुलिस कस्टडी में व्यक्ति की मौत

-- पुलिस ने बताया ख़ुदकुशी का मामला -- कहा कच्छे के नाड़े से लटका मृतक -- नही दिखाया गया परिजनों को शव -- पोस्टमार्टम के लिए बना मेडिकल बोर्ड -- मामले की होगी मजिस्टेट जांच नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली के शकरपुर थाने की कस्टडी में एक व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है। पुलिस का कहना है कि व्यक्ति ने अपने कच्छे के नाड़े से फांसी लगाई है जबकि परिजनों का कहना है कि मृतक ने पेंट पहनी हुई थी। फिलहाल थाने में हुई इस मौत के बाद पुलिस शक के घेरे में है। गौरतलब है कि थाने में बनीं हवालात के गेट पर एक संतरी हमेशा तैनात रहता है जिसके होते किसी हवालात में ख़ुदकुशी एक सवाल खड़ा करती है। जानकारी के अनुसार सुशील कुमार (52) अपनी मां कैलाशो देवी (70), पत्नी उषा (48), तीन बेटे मानव (26), सावन (21), हिमालय (19), दो बेटी ज्योति (24) और किरण (17) के साथ एस- 272, स्कूल ब्लॉक, शकरपुर में रहते थे। मंगलवार दोपहर को उनका अपनी पत्नी से किसी बात पर झगड़ा हो गया झगडे के दौरान सुशील ने अपनी पत्नी की पिटाई कर दी जिसके बाद गुस्से में उषा ने 100 नंबर पर कॉल कर पुलिस को बुला लिया और सुशील के खिलाफ शिकायत लिखवा दी। जिसके बाद पीसीआर पुलिस ने शकरपुर थाना पुलिस को मामला सौप दिया। मामले के इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर ने सुशील को शकरपुर थाने में बनीं हवालात में बंद कर दिया। रात को करीब 9 बजे सुशील का बेटा उसको खाना खिलाने थाने पहुंचा और उसको खाना खिलाकर वापस लौट आया। करीब 10 बजे के करीब एक हवलदार सुशील के घर पर पहुंचा और बताया कि सुशील हवालात में अपना सिर दीवारों में मार रहा है और चिल्ला रहा है कि मुझे घर जाने दो। जिसके बाद सुशील के परिजन थाने पहुंचे तो उनको बताया गया कि सुशील ने कच्छे के नाड़े के सहारे फांसी लगा ली है उसे लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में ले जाया गया है। जब सुशील के परिजन अस्पताल में पहुंचे तो बताया गया कि उसकी मौत हो गई है और उसका शव अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया गया है। तब परिजनों ने हंगामा करना शुरू आकर दिया और पुलिस पर सुशील की हत्या का आरोप लगाया। परिजनों के आरोप के बाद मामले की मजिस्टेट जांच कराई जा रहीं है और पोस्टमार्टम के लिए तीन डॉक्टरों का मेडिकल बोर्ड बनाया गया है जो कैमरे के सामने पोस्टमार्टम करेंगे। जॉइंट सीपी संजय बेनीवाल ने बताया करीब २ बजे झगडे की कॉल पुलिस को मिलीं थी जिसके बाद शकरपुर थाने में सुशील कुमार को ले जाया गया था। रात करीब 10.30 पर पता लगा कि सुशील ने ख़ुदकुशी कर ली है, मामले के मजिस्टेट जांच के आदेश दे दिए गए है। सुशील के परिजनों के अनुसार सुशील इतना कमजोर नही था कि वह ख़ुदकुशी करे। जब पुलिस उसको घर से लेकर गयी थी तब उसने पेंट पहनी हुई थी लेकिन पुलिस बता रही है कि उसने हवालात के गेट की ग्रिल से नाड़े के सहारे लटककर उसने ख़ुदकुशी कर ली एक व्यक्ति का वजन एक नाड़ा कैसे सहन कर सकता है और जहां से लटककर ख़ुदकुशी की बात बताई जा रहीं है वहां की उचाई मात्र छह फिट के करीब है जब इस बारे में पुलिसकर्मियों से पूछा गया तब उन्होंने बताया की सुशील पैर मोड़कर लटका था। पुलिस के बयानों ने विरोधाभास नजर आ रहा है। थाने की हवालात में इस तरह की घटना होना, पुलिस की कार्य प्रणाली पर उंगली उठाती है। थाने की हवालात के बाहर 24 घंटे एक संतरी तैनात रहता है अगर सुशील ने खुदकुशी की है तो जब वह खुदकुशी कर रहा था तब संतरी कहा पर था और एक व्यक्ति पैर मोड़कर कैसे ख़ुदकुशी कर सकता है। |
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