चंडीगढ़ । राबर्ट वाड्रा के जमीन सौदों की जांच भाजपा सरकार के लिए परेशानी का कारण
बन गई है। जमीन सौदों की जांच कराने का माहौल बनाकर सत्ता में आई भाजपा सरकार पांच
माह बाद भी असमंजस की स्थिति में है। भाजपा नेताओं ने अब जांच के लिए सरकार पर
दबाव बनाना शुरू कर दिया है। भाजपा
सांसद डा. किरीट सोमैया ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र भेजकर सत्ता से पहले
अपने हरियाणा दौरे का जिक्र करते हुए वाड्रा के जमीन सौदों की जांच कराने का
अनुरोध किया है। डा. सोमैया ने पत्र में कहा है कि वाड्रा के जमीन सौदों में
अनियमितताएं हुई हैं और कैग की रिपोर्ट में भी यह बात सामने आ चुकी है। वाड्रा की
कंपनी ने हरियाणा सरकार से 52 करोड़ रुपये में जमीन खरीदी थी और उसे 267 करोड़ रुपये
में बेचा था। इन सारे मामलों की जांच कराई जानी चाहिए। डा.
सोमैया के पत्र से पहले हालांकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल और राज्य सरकार के कई
मंत्री वाड्रा के जमीन सौदों की जांच कराने की बात कर चुके हैं लेकिन अभी तक इस
संबंध में जांच का प्रारूप तैयार नहीं किया गया है। आइएएस डा. अशोक खेमका तक इस
मामले में जांच नहीं होने से आहत हैं। खेमका
ने पिछले दिनों ट्वीट किया था कि कैग की रिपोर्ट में वाड्रा के जमीन सौदों में
अनियमितताएं उजागर होने के बावजूद वह जांच का दंश झेल रहे हैं, जिस पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एक
इलेक्ट्रानिक चौनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि यह अधिकारियों का काम है और इसके
लिए उन्हें स्पेशल ट्रीटमेंट की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। |