राष्ट्रीय (28/03/2015) 
रेल परियोजनाओं को लेकर हरियाणा के मुख्य मंत्री ने की रेल मंत्री सुरेश प्रभु के साथ बैठक
रेल परियोजनाओं को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में प्रदेश की लंबित रेल परियोजनाओं पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय रेल मंत्री व मंत्रालय के उच्चाधिकारियों के साथ चर्चा की। मुख्यमंत्री ने सोनीपत में रेल कोच फैक्ट्री स्थापित करने की प्रक्रिया में तेजी लाने की बात रेलवे मंत्री के समक्ष रखी। मुख्यमंत्री ने जींद-पानीपत, नरवाना-कैथल-कुरुक्षेत्र व रोहतक-गोहाना-पानीपत रेल मार्ग के विद्युतीकरण की मांग भी रेलवे मंत्री के समक्ष रखी। इस अवसर पर उनके साथ प्रदेश के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ भी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बात में कोई दोराय नहीं कि मजबूत रेलवे नेटवर्क किसी भी प्रदेश के विकास में सहायक होता है। उन्होंने कहा हरियाणा का एक बड़ा हिस्सा एन.सी.आर क्षेत्र में आता है। रेलवे का विस्तारीकरण प्रदेश के विकास में सहायक होगा। मुख्यमंत्री ने यमुनानगर-चंडीगढ़, करनाल यमुनानगर, दिल्ली-सोहना-फिरोजपुर झिरका-अलवर, हिसार-सिरसा वाया अग्रोहा, फतेहाबाद-मानसा-भटिंडा सहित प्रदेश की अन्य प्रस्तावित रेल परियोजनाओं को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री से चर्चा की। उन्होंने कहा कि अनेक परियोजनाओं पर प्रदेश सरकार आधी राशि वहन करने को तैयार है। रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे नए कांस्पेट में रेल के ओवर हेड परिचालन पर काम कर रहा है। हरियाणा में भी इसकी संभावना तलाशी जाएगी ताकि रेल के लिए कम से भूमि का अधिग्रहण करना पड़े। इस अवधारणा में मैट्रों की तर्ज पर रेल का परिचालन पुल निर्मित कर किया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री को आश्वस्त करते हुए कहा कि मैं भी हरियाणा का सांसद हूं। हरियाणा की प्रस्तावित रेल परियोजनाओं पर प्राथमिकता से काम किया जाएगा।
मुख्यमंत्री की मांग पर हाल ही शुरू हुई दिल्ली-चंडीगढ़ शताब्दी का स्टाप सोनीपत व करनाल में भी रखने के निर्देश रेल मंत्री ने रेलवे के अधिकारियों को दिए। अभी तक इस ट्रेन का स्टोपज केवल अंबाला में है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में मानव रहित फाटकों को खत्म करने की मांग पर रेलवे मंत्री ने आश्वस्त किया कि हरियाणा में अगले दो साल तक एक भी फाटक मानव रहित नहीं होगा। इस दिशा में कार्यवाही शुरू कर दी गई है। रोहतक शहर के अंदर से निकल रही रेलवे लाइन के विकल्प तलाश कर फिजिबल तरीके से शिफ्ट करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने गोहाना व करनाल सहित प्रदेश के अन्य रेलवे ओवरब्रिज की मांग भी रेलवे मंत्री के सामने रखी। चरखीदादरी एवं टोहाना में अंडरपास निर्माण की मुख्यमंत्री की मांग पर भी केंद्रीय रेल मंत्री ने सहमति जताते हुए अंडर पास निर्माण की बात की। रेलवे अधिकारियों द्वारा अंडर पास पर वित्त के सवाल पर रेलवे मंत्री ने कहा कि चरखी दादरी के अंडर पास के लिए वे अपनी सांसद निधि से आधी राशि वहन करेंगे। मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री ने झज्जर-माछरौली के बीच कोका-कुलाना में रेलवे हाल्ट व बाबरा में फाटक की मांग रखी।
करनाल रेलवे स्टेशन को दूसरी साइड से भी शुरू करने की मांग मुख्यमंत्री ने की। उन्होंने गुडग़ांव के रेलवे स्टेशन को भी शहर के मुताबिक अधिक सुविधाओं से सुसज्जित करने के साथ-साथ पंचकूला के रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त सुविधाओं की मांग रखी।
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