राष्ट्रीय (12/01/2015)
अखाड़ों को प्रोत्साहित करने के लिए नियमित रूप से अखाड़ा प्रतियोगिताएं आयोजित करने का निर्णय
हरियाणा सरकार ने प्रदेश में बड़ी संख्या में
स्थित अखाड़ों को प्रोत्साहित करने के लिए नियमित रूप से अखाड़ा
प्रतियोगिताएं आयोजित करने का निर्णय लिया है। राज्य स्तरीय अखाड़ा
प्रतियोगिताओं के विजेताओं के लिए नकद पुरस्कारों में भी उल्लेखनीय वृद्धि
की गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यह घोषणा आज स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर
रोहतक में आयोजित एक राज्य स्तरीय समारोह में नई खेल नीति 'हरियाणा शारीरिक
गतिविधि एवं खेल नीति, 2015Ó का लोकार्पण करने के उपरान्त की। जिला स्तरीय अखाड़ा प्रतियोगिता अर्थात जिला केसरी एवं जिला कुमार और राज्य स्तरीय अखाड़ा प्रतियोगिता अर्थात राज्य केसरी एवं राज्य कुमार के विजेताओं की पुरस्कार राशि को भी सम्मानजनक स्तर पर लाया जाएगा। राज्य स्तरीय अखाड़ा कुश्ती प्रतियोगिता के विजेताओं के लिए नकद पुरस्कार राज्य स्तरीय अखाड़ा कुश्ती प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को अब 500 रुपये की बजाए 5100 रुपये दिए जाएंगे। इसी प्रकार, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को अब 300 रुपये की बजाए 3100 रुपये और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को अब 200 रुपये की बजाए 2100 रुपये दिए जाएंगे। राज्य स्तरीय कुमार दंगल के विजेताओं के लिए नकद पुरस्कार राज्य स्तरीय कुमार दंगल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को अब 21 हजार रुपये की बजाए 51000 रुपये दिए जाएंगे। इसी प्रकार, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को अब 11 हजार रुपये की बजाए 31000 रुपये और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को अब पांच हजार रुपये की बजाए 21000 रुपये दिए जाएंगे। राज्य स्तरीय हरियाणा केसरी दंगल के विजेताओं के लिए नकद पुरस्कार राज्य स्तरीय केसरी दंगल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को अब 31 हजार रुपये की बजाए 1.51 लाख रुपये दिए जाएंगे। इसी प्रकार, द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को अब 21 हजार रुपये की बजाए एक लाख रुपये और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ी को अब 11 हजार रुपये की बजाए 51000 रुपये दिए जाएंगे। |
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