मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कांगड़ा जिले की शाहपुर विधान सभा के अन्तर्गत दुर्गम क्षेत्र धारकण्डी के लोगों को सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिये आज दरिणी में उप-तहसील खोलने की घोषणा की। उन्होंने दरिणी में पशु औषधालय, ग्राम पंचायत धलेड़ के दरहाला और पट्टल गांवों में राजकीय प्राथमिक पाठशालाएं और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दरिणी में विज्ञान प्रयोगशाला खण्ड की घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने ये घोषणाएं राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला दरिणी में ३२ लाख रुपये की लागत से नवनिर्मित अतिरिक्त खण्ड का उद्घाटन करने के उपरांत दरिणी में एक जनसभा में कीं। उन्होंने कहा कि हालांकि, इस क्षेत्र के अन्तर्गत केवल पांच पंचायतें और पांच पटवार वृत्त हैं, फिर भी उन्होंने क्षेत्र की कठिन भौगोलिक स्थिति को देखते हुए नियमों में ढील देकर दरिणी के लिए उप-तहसील की घोषणा की है। दरिणी में उप-तहसील की सुविधा होने से इस दुर्गम क्षेत्र के लोग घरों के नजदीक राजस्व तथा अन्य कार्यों को करवा सकेंगे। श्री वीरभद्र सिंह ने सल्ली-दरिणी सिंचाई कूहल के निर्माण की घोषणा की, जिसके निर्माण पर २ करोड़ रुपये की लागत आएगी। उन्होंने राजकीय माध्यमिक पाठशाला भलेड़ को राजकीय उच्च पाठशाला स्तरोन्नत करने की घोषणा भी की। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने घरोह में १७२.२६ लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली कूहल की आधारशिला रखी, जिससे १३५.१८ हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई सुविधा मिलेगी। उन्होंने शाहपुर विकास खण्ड में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रदरिणी के अन्तर्गत १७.९४ लाख रुपये की लागत से निर्मित स्वास्थ्य उप-केन्द्र का लोकार्पण भी किया। इस स्वास्थ्य केन्द्र से क्षेत्र के चार हजार से अधिक लोग लाभान्वित होंगे। इसके उपरांत, श्री वीरभद्र सिंह ने रूलेहड़ में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र के लोगों की मांग पर रूलेहड़ में कांगड़ा केन्द्रीय सहकारी बैंक की एक शाखा खोली जाएगी। मुख्यमंत्री ने लोगों से कृषि, बागवानी, फूलों की खेती और पशुपालन जैसे परम्परागत काम-धंधों को न छोड़ने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इन परम्परागत व्यवसायों में वैज्ञानिक और आधुनिक तकनीकी को अपनाने की आवश्यकता है, ताकि लोग उत्पादन में वृद्धि करके अतिरिक्त आय सृजित कर सकें। श्री वीरभद्र सिंह ने कहा समृद्ध संस्कृति और रीति-रिवाजों, जो हमारी पहचान के आधार हैं, के संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने लड़कियों की शिक्षा की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं विशेषकर लड़कियों को गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध करवाने की सुविधा के लिए राज्य के दूरदराज और दुर्गम क्षेत्रों में शिक्षण संस्थान खोलने को प्राथमिकता दे रही है। हि.प्र. वन विकास निगम के उपाध्यक्ष श्री केवल सिंह पठानिया ने क्षेत्र की लम्बे समय से चली रही मांगों को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने शाहपुर निर्वाचन सभा के इस दुर्गम क्षेत्र को पूरी तरह से उपेक्षित रखा था। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व और उपरान्त बच्चे सहित उन्हें सुविधा प्रदान करने के लिए इस क्षेत्र को जननी एक्सप्रेस-१०२ एम्बुलेंस की मांग भी की। खण्ड कांग्रेस के अध्यक्ष श्री जोधा राम ने क्षेत्र में विभिन्न विकास परियोजनाएं स्वीकृत करने के लिए मुख्यमंत्री श्री वीरभद्र सिंह का आभार जताते हुए कहा कि वह देश की आज़ादी के बाद दुलेहड़ पंचायत का दौरा करने वाले पहले मुख्यमंत्री हैं। शहरी विकास मंत्री श्री सुधीर शर्मा, विधायक श्रीमती सरवीन चैधरी, अन्य पिछड़ा वर्ग वित्त विकास निगम के अध्यक्ष श्री चन्द्र कुमार और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे। |