हिमाचल मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि विद्यार्थी
संघों द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम आपसी भाईचारे व मेल-जोल बढ़ाने के
अतिरिक्त ज्ञानवर्द्धक व मनोरंजक गतिविधियों के लिए उपयुक्त मंच उपलब्ध करवाते
हैं। मुख्यमंत्री आज ननखड़ी विद्यार्थी कल्याण संघ के वार्षिक मिलन समारोह जश्न की
अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। वीरभद्र
सिंह ने व्यक्ति के जीवन में ज्ञान के महत्व को उल्लेखित करते हुए कहा कि ज्ञान ही
शक्ति है और सम्पूर्ण एवं समावेशी ज्ञान ही व्यक्ति को जीवन में निर्धारित
लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायक होता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही उन्नति
संभव है और प्रदेश सरकार राज्य के दूरदराज क्षेत्रों में शैक्षणिक संस्थान खोलने
के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ननखड़ी में 20 करोड़
रुपये की लागत से महाविद्यालय के नए भवन का निर्माण किया जा रहा है तथा प्रारम्भिक
तौर पर कार्य आरम्भ करने के लिए 3
करोड़ रुपये की धनराशि जारी की गई है। उन्होंने कहा
कि लड़कियों की सुविधा के लिए दूरदराज और कठिन क्षेत्रों में विद्यालय तथा
महाविद्यालय स्थापित करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में शामिल है, ताकि
लड़कियां उच्च शिक्षा हासिल कर देश के विकास में अपना समुचित योगदान दे सकें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्रों का विकास सुनिश्चित बनाने के लिए
इन क्षेत्रों में सड़क नेटवर्क के सुदृढ़ीकरण पर बल दे रही है। उन्होंने कहा कि
ननखड़ी में खमाड़ी-टिक्कर सड़क मार्ग को पक्का किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रैफरल
अस्पताल ननखड़ी में डाक्टरों तथा पैरामेडिकल स्टाफ की पर्याप्त संख्या सुनिश्चित
बनाने के अतिरिक्त अस्पताल के लिए आवश्यक चिकित्सा उपकरण उपलब्ध करवाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने संघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन विद्यार्थियों की प्रतिभा के प्रदर्शन के लिए मंच प्रदान करते हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विद्यार्थी संघ को 20 हजार रुपये देने की घोषणा की। मुख्य संसदीय सचिव नंद लाल ने संघ के विस्तार के लिए और अधिक विद्यार्थियों और पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को इससे जोड़ने की आवश्यकता को रेखांकित किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इससे पूर्व, ननखड़ी विद्यार्थी कल्याण संघ के अध्यक्ष गौरव ठाकुर और चेयरपर्सन रेखा मेहता ने मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य मेहमानों का स्वागत किया। |