राष्ट्रीय (31/12/2014)
बालिका बचाओ-बालिका पढ़ाओ अभियान में महिला बाल कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण विभागों को भी शामिल किया
हरियाणा, कैथल,1 जनवरी से 22 जनवरी तक जिला में बेटी
बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत शहरी व ग्रामीण
क्षेत्र में लोगों को बेटियों को शिक्षित करने व कन्या भ्रूण हत्या रोकने
के लिए जागरूक किया जाएगा। उपायुक्त श्री
के.एम.पांडुरंग ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 22
जनवरी 2015 को पानीपत से राष्ट्रीय स्तर पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का
शुभारंभ एक बड़े समारोह से करेंगे। इसी के मद्देेनजर सूचना एवं जन संपर्क
विभाग ने एक जनवरी से 22 जनवरी तक बेटी
बचाओ-बेटी पढ़ाओं का विशेष प्रचार अभियान चलाने का फैसला किया है। इस
अभियान के तहत ज्यादा से ज्यादा गांव वार्ड व कस्बों में ऐसे कार्यक्रमों
पर जोर दिया जाएगा, जिनमें कन्या भ्रूण हत्या रोकने के साथ-साथ अभिभावक
अपनी बेटियों की शिक्षा पर ज्यादा से ज्यादा जोर
दे सके। उन्होंने बताया कि बालिका बचाओ-बालिका पढ़ाओ अभियान में महिला बाल
कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण विभागों को भी शामिल किया गया है।
इस अभियान के तहत भारत सरकार द्वारा राज्य के 12 जिलों में 12
वाहिनी प्रचार के लिए भेजी जाएगी। केंद्र सरकार के सूचना प्रसारण मंत्रालय
द्वारा भी विभिन्न जिलों में प्रचार-प्रसार के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित
किए जाएंगे। श्री के.एम.पांडुरंग ने बताया कि इस विशेष प्रचार अभियान में
जिला के उन गांवों में कार्यक्रम करने पर विशेष
जोर दिया जाएगा, जिनमें लिंगानुपात संतुलित नही है। ग्रामीण क्षेत्रों की
उन महिलाओं पर फोकस किया जाएगा, जिन्होंने पढ़ाई, लिखाई, खेल, नौकरी व अन्य
महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल करके प्रदेश में महिलाओं का मान-सम्मान
बढ़ाया है। उपायुक्त ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा हरियाणा के 12 ऐसे जिलों का चयन किया है, जिनमें लिंगानुपात कम है। इन जिलों में कैथल के अतिरिक्त महेंद्रगढ़, झज्जर, रेवाड़ी, सोनीपत, अंबाला, कुरूक्षेत्र, रोहतक, करनाल, यमुनानगर, भिवानी और पानीपत शामिल हैं। इन जिलों में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को मजबूती से चलाने क लिए जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों को भी शामिल किया जाएगा। जिला सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी श्री रणधीर शर्मा ने बताया कि सूचना जन संपर्क विभाग की तरफ से इस कार्य के लिए केबल, टीवी व सभी प्रचार माध्यमों का उपयोग करने के साथ-साथ जन प्रतिनिधियों व प्रशासन के अधिकारियों को भी ग्रामीण क्षेत्र पर प्रचार के दौरान आमंत्रित किया जाएगा। विभाग की सिनेमा वैन के माध्यम से भी सिनेमा शो के दौरान ऐसी फिल्में दिखाई जाएंगी, जिनमें बेटियों को बचाने व उनकी शिक्षा पर विशेष जोर दिया जाएगा। |
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