झुंझुनूं,। पिछले दो दिनों से झुंझुनूं में झुंझुनूं-सीकर दुग्ध उत्पादन डेयरी पलसाना की ओर से जांच शिविर लगाए जा रहे हैं। इसी क्रम में रविवार को झुंझुनूं शहर में तीसरा और अंतिम जांच शिविर गुढ़ा मोड़ पर लगाया गया।लेकिन रविवार को जांच शिविर में जो सामने आया।उससे सभी की आंखे फटी की फटी रह गई। वाल्मिकी बस्ती से आए सुरेंद्र नाम के व्यक्ति ने जब उसके घर आने वाले दूध की जांच कराई तो उसमें 10, 20, 30 या फिर 50 प्रतिशत नहीं, बल्कि पूरे 75 फीसदी पानी मिला। इसके बाद डेयरी से आए जांच दल ने दूधिए का नाम पूछा तो सैंपल जांच कराने आया व्यक्ति भी भाग छूटा। जानकारी के अनुसार पहले दिन 50, दूसरे दिन 6 0 तथा रविवार को लगे जांच शिविर में दूध में 75 फीसदी तक पानी मिलाने के मामले सामने आए हैं।वहीं एक दूध का सैंपल तो पूरा का पूरा फेल निकला। जांच अधिकारियों की मानें तो दूधियां पाउडर से बना दूध लोगों को सप्लाई कर रहा था। मार्केटिंग प्रभारी डीपी पारीक की मानें तो अब जल्द ही एक कार्य योजना बनाकर ना केवल चिकित्सा विभाग से ऐसे दूधियों पर कार्रवाई करवाई जाएगी। बल्कि कस्बा ईलाकों में भी ऐसे जांच शिविर लगाए जाएंगे। तीन दिन तक लगे इन शिविरों के जरिए शहर के करीब 80 से अधिक दूध सैंपलों की जांच की गई। इनमें दूधियों से लिए गए दूध के 95 फीसदी सैंपल ना केवल फेल हुए। बल्कि 10 से 75 फीसदी तक पानी मिलावट भी सामने आई। |