झुंझुनूं, 28 दिसंबर(नि.सं.)। राजस्थान शिक्षक सेवा प्राध्यापक संघ रेसला के दो दिवसीय प्रांतीय शैक्षिक सम्मेलन एवं महासमिति अधिवेशन का समापन भूमि विकास बैंक के पूर्व वाइस चेयरमैन राजेंद्र मंडीवाल की अध्यक्षता में रविवार को सम्पन्न हुआ। अधिवेशन के अंतिम सत्र में खुली चर्चा में विभिन्न प्रस्ताव पारित किए गए। जिनमें स्थाई स्थानांतरण नीति द्वारा सत्र के शुरुआत में स्थानांतरण करना, बोर्ड परीक्षा में प्रधानाचार्य विहिन विद्यालयों में प्राध्यापकों को केंद्राधिक्षक बनाना, बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षा में स्कूली व्याख्याताओं को ही लगाना, इस व्यवस्था में कॉलेज व्याख्याताओं व पांच वर्षों से अध्यापन कार्य से न जुड़े हुए व्यक्तियों को परीक्षक न बनाना, प्रायोगिक परीक्षा में आब्जर्वर व्यवस्था को समाप्त करना ताकि विद्यालयों में शैक्षणिक व्यवस्था बनी रहे आदि मुख्य रहे। अंतिम सत्र में सर्वसम्मति से प्रांतीय कार्यकारिणी का निर्विरोध निर्वाचन का कार्य निर्वाचन अधिकारी प्रधानाचार्य उमरावसिंह की देख रेख में किया गया। जिसमें प्रांतीय अध्यक्ष मोहन सिहाग, महामंत्री प्रमोद मिश्रा, प्रांतीय कोषाध्यक्ष मनीराम मंडीवाल, सभाध्यक्ष राजूराम चौधरी सहित अन्य पदाधिकारियों का निर्वाचन किया गया। इस सत्र में विनोद झाझडिय़ा, राजेंद्र कपूरिया, रामनिवास पूनियां, बूंटीराम, विनित डूडी, राकेश ढाका, बीरबल सूंडा, महेंद्र सिहाग, अरविंद चाहर, राजेंद्र खीचड़, रविंद्र कृष्णिया, हरीसिंह कुल्हरी, ओमप्रकाश पूनियां, प्रदीप चौधरी, इंद्राज पूनियां, राकेश वर्मा, सिराज अली सहित जिले एवं प्रांत के काफी तादाद में प्राध्यापक मौजूद रहे। |