राजस्थान- झुंझुनूं, जिला उपभोक्ता विवाद
प्रतितोष मंच झुंझुनूं सदस्या शबाना फारूकी ने कहा कि 21वीं सदी के भारत में
उपभोक्ता को अपने अधिकारों के लिए स्वयं जागना होगा और कर्तव्य के रूप में
पडौसियों को भी उपभोक्ता अधिकार कानून के प्रति जागरूक करना होगा। कोई व्यक्ति
कितने ही बडे पद पर €यों ना हो कहीं न कहीं उपभोक्ता अवश्य ही
बनता है। बड़ी कंपनियां विज्ञापन के भ्रम जाल से उपभोक्ताओं के हितों पर कुठाराघात
करती है,जो
कम्पनियों के द्वारा सिर्फ मुनाफा कमाने की मानसिकता को दर्शाता है। लेकिन वर्तमान
समय में बडे उद्योगपतियों को सामाजिक दायित्व निभाना चाहिए जिससे सकारात्मक
प्रतिस्पद्र्घा तो हो सकेगी साथ ही उपभोक्ता को भी अधिकार हासिल हो सकेंगे।
उपभोक्ता का भी दायित्व बनता है कि किसी भी खरीददारी के समय हरेक पहलू की जानकारी
करने के बाद वारंट और गारंटी की बात की जाने वाली शर्तों और नियमों को अच्छी तरह
समझकर मूल्याकंन करते हुए खरीददारी करें। शबाना फारूकी ने बुधवार को राष्ट्रीय
उपभोक्ता दिवस के मौके पर झुंझुनू आईकॉन कॉलेज में आयोजित संगोष्ठि में मुख्य
अतिथि के रूप में बोलते हुए उक्त विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर उपस्थित
विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम की जानकारी देते हुए
उनकी जिज्ञासा पूर्ण प्रश्नों का भी जवाब दिया। संगोष्ठि की अध्यक्षता कॉलेज
प्राचार्य बसंत कुमार ने की। व्याख्याता कुलदीप झाझडिय़ा, मुकेश कुमार, सुधीर कुमार, महेश महरियां, राजकुमार, नरेन्द्र कुमार, नीलम कुमारी सहित
विद्यार्थी एवं अभिभावक उपस्थित थे। राजस्थान- झुंनझुंनू से विकास चौधरी कि रिपोर्ट |