मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने पुलिस ग्राऊंड धर्मशाला से कांगड़ा, चम्बा और ऊना जिलों के लिए महत्वाकांक्षी जननी एक्सप्रेस-102 योजना (जननी-शिशु सुरक्षा कार्यक्रम) के अन्तर्गत 37 एम्बुलैंस सेवाओं को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन एम्बुलैंस सेवाओं के माध्यम से गर्भवती माताओं और महिलाओं
को प्रसव के उपरान्त तथा एक वर्ष आयु तक के बीमार बच्चों को अस्पताल आने और घर
वापिस जाने के लिए निःशुल्क परिवहन सुविधा उपलब्ध होगी। इस योजना के अन्तर्गत प्रदेश भर में 125 एम्बुलैंस
सेवाओं की सुविधा प्रदान की गई है। प्रथम चरण में नवम्बर माह के दौरान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने ऐतिहासिक रिज मैदान शिमला से सोलन, सिरमौर, शिमला तथा
किन्नौर जिलों के लिए 45 एम्बुलैंस
सेवाओं को रवाना किया था। दूसरे चरण में स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने
पहली दिसम्बर, 2014 को मण्डी से
कुल्लू, बिलासपुर, मण्डी तथा लाहौल-स्पिति
के लिए 43 एम्बुलैंस
सेवाओं को शुरू किया था। आज आरम्भ की गईं सभी एंबुलेंस जीवीके-ईएमआरआई, हैदराबाद के साथ
सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी मोड) में संचालित की जाएंगी। वीरभद्र सिंह ने कहा कि इन वाहनों को राज्य में
सम्भावित प्रसव बिन्दुओं पर तैनात किया जाएगा और गर्भवती महिलाओं, प्रसव उपरान्त
महिलाओं और एक वर्ष आयु से कम बच्चों को अस्पताल से छुट्टी के बाद घर तक पहुंचाने
की निःशुल्क परिवहन सुविधा मिलेगी। यह सेवा टोल फ्री नम्बर 102 के माध्यम से उपलब्ध होगी। स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर, शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा. (कर्नल) धनी राम शांडिल, विधायक संजय रत्न, हि.प्र. राज्य शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष बलवीर तेगटा, अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) विनीत चैधरी, जीवीके के अध्यक्ष मुकुल सुकुमारन के अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी/कर्मचारी एवं अन्य लोग भी इस अवसर पर उपस्थित थे। |