अनुसूचित जाति/जन जाति संगठनों का अखिल भारतीय परिसंघ देश का एक बड़ा सामाजिक-आर्थिक संगठन है जिसकी स्थापना डॉ. उदित राज के नेतृत्व में 1997 में हुयी थी। यह परिसंघ की 17वीं महारैली है। परिसंघ गैर राजनीतिक संगठन है जिसका नेतृत्व मुख्य रूप से कर्मचारी-अधिकारी करते हैं। रैली को अन्य दलित नेताओं के अलावा भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ट नेता संबोधित करेंगे। डॉ.
उदित राज ने कहा कि वह एक सांसद के हैसियत से नहीं बल्कि अनुसूचित जाति/जन जाति संगठनों
का अखिल भारतीय परिसंघ के अध्यक्ष के बतौर कार्यक्रम कर रहे हैं। इसी संगठन के वजह
से देश के पटल पर डॉ. उदित राज का नेतृत्व स्थापित हुआ। इस रैली में लगभग सारे प्रदेश
जैसे उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, केरल, मणिपुर, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड, जम्मू व कश्मीर, बिहार, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश से लोग शामिल होंगे। गत्
कई वर्षों से दलित-आदिवासियों में बहुत बड़ा रोष है कि सरकारी नौकरियां एडहॉक या अस्थायी
तौर पर लगा दी जा रही है जिससे आरक्षण समाप्त होता जा रहा है। चपरासी, डीपीटी, सहायक, कंसल्टेंट, आदि तमाम पद अब तो आउटसोर्सिंग के द्वारा ठेकेदारी पर या अस्थायी
तौर पर रखे जा रहे हैं। एक अनुमान के द्वारा लगभग 40 प्रतिशत कर्मचारी अस्थायी या एडहॉक
पर कार्यरत् हैं। दु:ख की बात है कि आरक्षण दलितों, आदिवासियों एवं पिछड़ों
को नहीं दिया जाता क्योंकि ये नियमित पद नहीं हैं। आगे चलकर इन्हें स्थायी किया जाता
है तो इस बात को कहकर के आरक्षण नहीं दिया जाता क्योंकि काम करने का अनुभव नहीं है।
जब दलितों-आदिवासियों को शुरू से रखा ही नहीं जाता है तब काम करने का अनुभव कहां से
प्राप्त होगा। पूरे देश से कर्मचारी, अधिकारी एवं कार्यकर्ता
इन नीतियों से असहमति जताते हुए खाली पदों के ऊपर भर्ती, पदोन्नति में आरक्षण, आरक्षण कानून बनाने आदि
का समर्थन रैली में करेंगे। रैली को तमाम दलित नेता के अलावा भारतीय जनता पार्टी के
वरिष्ट नेता संबोधित करेंगे। |