रायपुर। छत्तीसगढ़ के संत गुरु घासीदास ने समाज को एकता के सूत्र में बांधने का काम किया। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उनके बताए मार्ग पर चलकर समाज में जागृति आ रही है। लोग आडंबरों से किनारा करते हुए सन्मार्ग पर चल पड़े हैं। सांसद श्रीमती कमला पाटले ने सतनाम संदेश यात्रा के चौथे दिन की धर्म सभा में कहा कि गुरु घासीदास ने भटके हुए लोगों को जीने का मकसद दिया है। मानव. मानव को एक समान बताते हुए श्रीमती पाटले ने कहा कि सतनाम संदेश यात्रा में हर वर्ग और समाज के लोग बड़ी शिद्दत के साथ शामिल होकर जगह.जगह रथ का स्वागत कर रहे हैं। श्रीमती पाटले ने कहा कि सतनाम संदेश यात्रा के तीसरे दिन छत्तीसगढ़ की ऊर्जा नगरी में जिस तरह सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। जगह.जगह आतिशबाजी के साथ पुष्प वर्षा कर लोगों ने स्वागत किया। इस यात्रा की सफलता की कामना करते हुए उन्होंने कहा कि गुरु घासीदास जी ने समाजिक कुरीतियों को दूर कर लोगों से सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश दिया। शराब सेवन और मांसाहार से दूर रहने और परस्पर प्रेम और सद्भाव बनाए रखने की सीख भी दी। उक्त जानकारी देते हुए सतनाम जागरण संदेश यात्रा के मीडिया प्रभारी आत्माराम बंजारे ने बताया कि सतनाम संदेश यात्रा 4 दिसंबर को कोरबा से यात्रा सुबह 9 बजे रवाना हुई जो पटाढ़ीधाम, चांपा, जांजगीर, अकलतरा, पामगढ़,ससहा, पचपेड़ी, मस्तुरी पहुंची जहां महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। जहां घर-घर से महिलाओं ने सतनाम संदेश यात्रा का भव्य स्वागत किया। तत्पश्चात धर्म सभा को विधायक अंबेश जांगड़े के साथ ही अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया। श्री बंजारे ने बताया कि इस अवसर पर विधायक अंबेश जांगड़े, शंकरदयाल साव, खेमलाल सोनी, पवन गर्ग, सांसद श्रीमती कमला पाटले, अश्वनी कश्यप, व्यास नारायण आदि उपस्थित थे। मस्तुरी से सुबह 9 बजे सतनाम संदेश यात्रा बिलासपुर, बिरकोना, सेंदरी, रतनपुर, कोटा, पहुंचेगी। सभा के बाद रात्रि विश्राम कोटा में किया जाएगा। |