छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में नई दिल्ली में किये जाने वाले राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन पर चर्चा हुई। जिसमें 9 दिसंबर को प्रधानमंत्री कार्यालय का घेराव किया जायेगा एवं 10 दिसंबर को आंदोलन स्थल जंतर मंतर से संसद भवन तक मार्च किया जायेगा। 14 दिसंबर को सभी मंडियों एवं सभी खरीदी केन्द्रो मे कांग्रेस के पदाधिकारी किसान सत्याग्रह करेंगे। दोनों आंदोलनों की रूपरेखा तैयार करने के लिये प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों एवं जिला अध्यक्षों की बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश और कांग्रेस विधायक दल के नेता टीण्एसण् सिंहदेव की उपस्थिति में संपन्न हुयी। बैठक में मुख्य रूप से बिलासपुर में हुये नसबंदी कांडए धान का समर्थन मूल्य 2100 रू., बोनस 300 रू. और एक-एक दाना धान की खरीदी के वादा खिलाफी को लेकर कांग्रेस का आंदोलन लगातार चल रहा है। बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा कि सर्वप्रथम महतारी न्याय यात्रा में शामिल कांग्रेसजनों के साथ-साथ पूरे मार्ग में उपस्थित होने वाले कांग्रेस जनों को धन्यवाद दिया। 1 दिसंबर को कांग्रेस के आव्हान पर किसानो ने एकजुटता दिखाते हुये कांग्रेस का साथ देते हुये धान को मंडियो एवं खरीदी केन्द्र तक नहीं ले गये, उसके लिये उन्होने किसानो से वादा किया है कि जब तक सरकार एक-एक दाना धान नहीं खरीद लेती कांग्रेस की लड़ाई चलती रहेगी। नक्सली घटना में शहीद जवानों की वर्दी के साथ राष्ट्रीय चिन्ह एवं लाश के टुकड़े जिस प्रकार कुत्ते खा रहे थे उनकी वर्दिया एवं सामाग्री कचरे के ढेर में फेक दी गयी थी। ऐसी बेशर्म सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी और इस तरह की घटनाओं के लिये जिम्मेदार मुख्यमंत्री पर राष्ट्रद्रोह का मामला चलना चाहिये। इस लड़ाई को अंतिम सीमा तक कांग्रेस लड़ेगी। कांग्रेस विधायक दल के नेता टीएस सिंहदेव ने कांग्रेस पदाधिकारियों को बधाई देते हुये कहा कि जिस प्रकार पिछले दिनों में कांग्रेस ने राज्य सरकार के खिलाफ किये जाने वाले आंदोलन को गांव से लेकर राजधानी दिल्ली तक एवं थाने से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचाते हुये प्रदेश के आम जनता की लड़ाई को लड़ा है उसके लिये उन्हे साधुवाद दिया है। नसबंदी कांड, नक्सली वारदात, सदस्यता अभियान, वर्दी कांड जैसे महत्वपूर्ण मुद्दो पर उपस्थित पदाधिकारियों एवं जिला अध्यक्षों ने भी अपना विचार व्यक्त किये। सभी ने एक स्वर पर राज्य सरकार पर हमला बोलते हुये कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चैपट हो गयी है। आज प्रदेश का किसान, मजदूर, महिलायें, युवाए हर वर्ग में हताशा आ गई है। माता, बहनो को जहरीली दवा देने सरकार के खिलाफ कांग्रेस की लड़ाई जारी रहेगी। बैठक में उपाध्यक्षगण पी.आर. खूंटे, बी.डी. कुरैषी, घनाराम साहू, बालकृष्ण पाठक, शांति सलाम, महामंत्रीगण शैलेश नितिन त्रिवेदी, गिरीश देवांगन, डॉ. प्रेमसाय सिंह, अब्दुल हमीद हयात, रूद्र कुमार गुरू, पद्मा मनहर, राजेश तिवारी, छाया वर्मा, अटल श्रीवास्तव, दीपक दुबे, शंकर लाल ताम्रकार, नंदिनी साहू, कार्यसमिति सदस्य देवेन्द्र बहादुर सिंह, संतोश दुबे, कृष्ण कुमार यादव, प्रवक्तागण महेन्द्र छाबड़ा, सुशील आनंद शुक्ला, आरपी सिंह, प्रमोद दुबे, सचिवगण सूर्यमणी मिश्रा, शिवसिंह ठाकुर, अजय साहूए शेखर त्रिपाठी, सत्तार अलीए अर्जुन तिवारी, मलकित सिंह गैंदू, दिलीप खटवानी, विजय बघेल, तुकाराम साहू, गनी खान, तुलसी साहू, महेश दुबे, आरती सिंह, नैन अजगले, प्रवीण वर्मा, एजाज ढेबर, गिरधारी यादव, रउफ कुरैषी, हरदीप सिंह बेनीपाल, निवेदिता चटर्जी, नागभूषण यादव, धर्मेन्द्र यादव, प्रवीण साहू, विन्सेंट डीसोजा, रामशरण यादव, सुषमा सुता, पंकज महावर, आफताब आलम, आनंद कुकरेजा, जिला कांग्रेस अध्यक्षगण विकास उपाध्याय, नारायण कुर्रे, अलालीराम यादव, महेश चंद्रवंशी, आशीश छाबड़ा, आर.एन. वर्मा, हेमंत बंजारे, विमल चंद सुराना, लखेश्वर बघेल, जतीन जासवाल, रजनू नेताम, नरेश ठाकुर, हलधर साहूए अजय अग्रवाल, विद्याभूषण शुक्ला, श्याम जायसवाल, मोहन लालवानी, मंजू सिंह, राजेन्द्र शुक्ला, बाबूलाल साहू, अमरजीत चावला, मुकेश कुमार राठौर, मनोकांत पटेल उपस्थित थे। |