रायपुर, 3 दिसंबर 2014। शहीदों की स्मृतियों और अवषेशों के अपमान की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार इसके लिए शहीदों के परिजनों और पूरे देश से माफी मांगे। जो सरकार शहीदों की स्मृतियों का सम्मान नहीं कर सकती उसे सत्ता में एक क्षण भी बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। भाजपा सरकार शहीदों के अवशेषों को भी संभालकर नहीं रख सकी। मर्चुरी के बाहर जवानों के जूतेए कपड़े बिखरे पड़े हैं। शहीद जवानों की वर्दी कूड़ेदान में पड़ी मिलती है। मरचुरी में शरीर के टुकड़ों को कुत्ते खा रहे हैं। भाजपा की सरकार में इतनी मानवताए इतनी सौजन्यता नही है कि शहीदों के अवशेषों और स्मृतियों को सम्मान के साथ रखे। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार के लिए यह नई बात भी नहीं है। इसके पहले शहीद जवानों के शव दंतेवाड़ा जिले के किरन्दुल में कूड़ा गाड़ी में ढोये गये थे। जो सरकार मोतियाबिंदए गर्भाशयए नसबंदी का इलाज नहीं कर पातीए जो सरकार नगरीय निकाय और पंचायतों का परिसीमन नहीं कर पा रही है, जो जनता के खजाने का करोड़ों रूपये खुफिया तंत्र में खर्च करने के बावजूद बार.बार चूक कर रही है और सही जानकारी नहीं दे पा रही है। राजधानी में महिला पुलिस के साथ बलात्कार हो जाता है। न्यायधानी में नसबंदी से माताओं की मौत हो जाती है। एक.एक दाना धान खरीदने का दावा करने वाली भाजपा सरकार छत्तीसगढ़ के किसानों का धान खरीद नहीं पा रही है। उड़ीसा, झारखण्ड और अन्य राज्यों का धान की खरीदी कोचियों और दलालों के माध्यम से की जा रही है। बस्तर और सरगुजा में स्वास्थ्य व्यवस्था ठप्प हैए गांवो में पीने का पानी भी नहीं है। छत्तीसगढ़ भाजपा का नेता होना दवाई सप्लाई, कोल ब्लॉक का ठेका और खदान मिलने का मापदंड बन गया है। जो कोल ब्लाक स्थानीय उद्योगों की जरूरतों के लिये मिलता हैए वह नितिन गडकरी के करीबी संचेती को दे दिया जाता है। भाजपा राज में अराजकता, भ्रष्टाचार, कदाचरण चरम पर है। कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती ही जा रही है। सिस्टम समाप्त हो गया है। सरकार का स्थिति पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। |