राष्ट्रीय (11/11/2014) 
डॉ नजमा हेपतुल्ला ने मौलाना आजाद राष्ट्रीय कौशल अकादमी के कार्यालय का उद्घाटन किया
 अल्पसंख्यक मामलों की केंद्रीय मंत्री, डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने आज यहां मौलाना अबुल कलाम आजाद की 125वीं जयंती की पूर्व संध्या पर उनके चित्र का अनावरण और उन पर माल्यार्पण किया। डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के तत्वावधान में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम (एनएमडीएफसी) द्वारा मौलाना आजाद राष्ट्रीय कौशल अकादमी (मानस) की गतिविधियों को शुरू करने की आधारशिला भी रखी।

मानस के कार्यालय का उद्घाटन माननीय मंत्री द्वारा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के आरक्षण काउंटर के सामने, चेम्सफोर्ड रोड, नई दिल्ली में स्थित मौलाना आजाद भवन में किया गया। कार्यालय को मौलाना आजाद शिक्षा फाउंडेशन (एमएईएफ) द्वारा किराये पर लिया गया है। मौलाना आजाद भवन में 4 कमरे और पहली मंजिल परिसर के साथ अकादमी (मानस) संचालित होगी। साथ ही इमारत के सामने खुली जगह का भी इस्तेमाल मानस के लिए प्रशिक्षण सुविधा के निर्माण के लिए करने की योजना है

उद्घाटन भाषण देते हुए डॉ. नजमा हेपतुल्ला, जो मौलाना अबुल कलाम आजाद की बड़ी भांजी हैं, ने मौलाना साहेब के जीवन और समय के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि मौलाना ने भारतीय राजनीति के परिदृश्य में एक ऊंचा स्थान हासिल करने के साथ उर्दू साहित्य में भी एक उच्च विद्वान के रूप में ख्याति अर्जित की। मौलाना जी एक महान स्वतंत्रता सेनानी और धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति थे जो लोकतांत्रिक मूल्यों में यकीन रखते थे। डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने मौलाना जी के स्वतंत्र भारत के पहले शिक्षा मंत्री के रूप में देश की शिक्षा प्रणाली को आकार देने के उनके योगदान पर प्रकाश डाला। मौलाना जी ने सभी बच्चों, लड़कियों के लिए मुफ्त और अनिवार्य, माध्यमिक शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण के विविधीकरण पर भी जोर दिया था।

डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने मौलाना आजाद भवन का पुनरुद्धार करने के लिए विशेष रूप से अकादमी (मानस) और एनएमडीएफसी द्वारा एक सप्ताह के रिकार्ड समय में शुरू करने के प्रयासों की सराहना की।
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