राष्ट्रीय (06/11/2014) 
पुलिस की दादागिरी के खिलाफ बैटरी रिक्शा संघ का जन्तर-मन्तर पर विशाल धरना
नई दिल्ली ०६ नवंबर। दिल्ली की सड़कों पर चल रही ई रिक्शाओं को दिल्ली पुलिस द्वारा जबरन पकड़ने व जब्त रिक्षाओं को तत्काल छोड़े जाने की मांग को लेकर बैटरी रिक्षा संघ के तत्वाधान में आज दिल्ली भर के सैंकड़ों बैटरी रिक्षा चालकों ने जन्तर-मन्तर पर धरना दिया। इस मौके पर संघ ने अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, मुख्य न्यायाधीश, परिवहन मंत्री, दिल्ली के उपराज्यपाल एवं पुलिस आयुक्त को भेंट कर पुलिस कार्यवाही को तत्काल रोकने व बैटरी रिक्षा चालकों के लिए बनाए गए नियमों के सरलीकरण की मांग की गयी। इस मौके पर बैटरी रिक्षा संघ के चेयरमैन श्री जयभगवान गोयल मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे।
धरना स्थल पर उपस्थित ई रिक्षा चालकों को संबोधित करते हुए संघ के चेयरमैन श्री जयभगवान गोयल ने कहा कि न्यायालय की तमाम अड़चनों के बाद केन्द्र सरकार की अनुमति से दिल्ली की सड़कों पर बैटरी रिक्शा चलने का मार्ग खुलने से रिक्षा चालकों को आषा बंधी थी कि अब वे निर्भय होकर ई रिक्षा चलाकर अपने परिजनों का पालन पोषण कर सकेंगे। मगर पुलिसिया जुल्म के कारण अब उन्हें अपना भविष्य अंधकारमय नजर आने लगा है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बैटरी रिक्षाओं को सड़क पर दौड़ने की अनुमति तो दी गयी मगर इसमें कई ऐसी अड़चने डाल दी गयी है जो एक रिक्षा चालक के लिए पूर्ण करना काफी हद तक असंभव है। इसे चलाने के लिए एलएमवी लाईसेंस एवं ड्राइवर की शिक्षित होना ऐसी औपचारिकताएं थोपी गयी हैं जिन्हें देखकर मालूम होता है कि रिक्षा चालक कोई ऑटो, कार जैसी बड़ी गाड़ी चलाने जा रहा है और शिक्षा सर्टीफिकेट की अनिवार्यता से लगता है कि उसे सरकारी नौकरी मिलने जा रही है।
श्री गोयल ने कहा कि कानून की उपरोक्त अड़चनों के साथ-साथ दिल्ली पुलिस ने भी मानवचलित रिक्षा माफियाओं के दबाव में आकर ई रिक्षा के विरूद्ध एक ऐसा अभियान छेड़ा हुआ है जिससे गरीब जनता, बैटरी रिक्षा चालकों के परिवारों में भय का वातावरण बना हुआ है। पुलिस की इस हरकत को देखकर अब ऐसा प्रतीत होता है कि दिल्ली में अपराध एकदम रूक चुके हैं और पुलिस का सारा काम ई रिक्षा की धड़पकड़ करना ही रह गया है। दिल्ली पुलिस ने अपने इस अभियान के तहत गली-मोहल्लों से भी ई रिक्षा को जबरन उठाकर थानों व पार्कों में जमाकर रखा है। उन्होंने कहा कि ई रिक्षा चलाने के लिए बिलकुल सरल नियम व औपचारिकताएं बनाने की आवष्यकता है जिससे कि अशिक्षित व मानवचलित रिक्षा चलाने वाला गरीब भी उन्हें पूरी कर सके और ई रिक्षाओं में लगा चुके अपनी जिंदगी भर की कमाई के द्वारा अपने परिवार का पेट पाल सके।
सरकार से मांग करते हुए श्री गोयल ने कहा कि रिक्षा चालकों के लिए बनाए गए लाईसेंस की कड़ी प्रक्रिया व शिक्षित होने की अनिवार्यता को समाप्त करते हुए तत्काल ही दिल्ली पुलिस को भी निर्देषित किया जाये कि जब्त किए गए ई रिक्षाओं को छोड़ें।
इस मौके पर सर्वश्री चौ. ईश्वर पाल सिंह तेवतिया, सुभाश गोयल, सुखदेव, जी.के. रात्रा, प्रवीन गोयल, मनोज राय, बजरंग बहादुर, पप्पू बंसल, राम नरेश आदि संघ के पदाधिकारियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
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