राष्ट्रीय (31/10/2014)
बड़ा खतरा टला, समंदर में ही दफन हो गया निलोफर

नई दिल्ली। गुजरात के तटीय इलाकों में
मंडरा रहा समुद्री तूफान नीलोफर का खतरा अब तकरीबन खत्म हो गया है। लगातार
कमजोर पड़ते हुए नीलोफर के बारे में अब खबर है कि वो समंदर में ही समा गया
है। तूफान के कल यानी 1 नवंबर को गुजरात के तटीय इलाकों को हिट करने का
अनुमान था लेकिन अब कहा जा रहा है कि तब तक इसकी रफ्तार इतनी कम हो जाएगी
कि महज तेज बारिश और हलके तूफान का ही सामना इन जगहों को करना पड़ेगा। वैसे राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल यानी एनडीआरएफ ने नीलोफर चक्रवात के मद्देनजर गुजरात में 14 बचाव और राहत दल तैनात किए हैं। गुजरात में नीलोफर तूफान के असर से निपटने के लिए इन दलों में 550 बचाव एवं राहत कार्यकर्ता, नौकाएं और बाढ़ बचाव उपकरण शामिल किए गए हैं। गांधीडैम, द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, वीरावल, राजकोट और वड़ोदरा में एक-एक टीम, जबकि सूरत, कच्छ और भुज में दो-दो टीमें तैनात की गई हैं। इन 14 टीमों के अलावा राजस्थान के जोधपुर में भी दो और टीमें तैनात की गई हैं। एनडीआरएफ के बचाव व राहत कार्यो के संचालन में गांधीनगर में राज्य के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए एनडीआरएफ के डीआईजी रणदीप राजा को भी भेजा गया है। |
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