राष्ट्रीय (29/10/2014) 
अपने अपहरण की साजिश रचने वाला आया पकड़ में
नई दिल्ली। एक परिवार के लोग उस समय भौच्चके रह गए जब उनके बेटे के अपहरण के जुर्म में पुलिस ने उनके बेटे को ही गिरफ्तार कर लिया। बाद में बता लगा कि उनके बेटे ने अपने अपहरण का नाटक खुद ही रचा था और अपहरणकर्ता बनकर खुद ही फिरौती मांगी थी। सच्चाई सामने आने से पुलिस और परिजन दंग रह गए। 
                                         मामला दक्षिणी दिल्ली के थाना फतेहपुर बेरी का है। विजय पाल जौनापुर गांव में परिवार के साथ रहते हैं। वह पेशे से किसान हैं। मंगलवार सुबह नौ बजे उनके मोबाइल पर एक फोन आया फ़ोन करने वाले ने कहा कि उनके बेटे मनीष (19) का अपहरण कर लिया गया है। बेटा जिंदा चाहिए तो 30 लाख रुपये तैयार रखो। फोन करने वाले ने धमकी दी कि यदि पुलिस को सूचना दी तो बेटे की हत्या कर दी जाएगी। परेशान विजय पाल ने पुलिस को मामले की जानकारी दे दी। मामला अपहरण व फिरौती का था, लिहाजा वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तुरंत हरकत में आ गए। मोबाइल कॉल लोकेशन के आधार पर दक्षिणी दिल्ली स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज इंस्पेक्टर अखिलेश्वर यादव व एसटीएफ इंचार्ज इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में जगह-जगह छापेमारी की गई। शाम को पुलिस ने अपहरण व फिरौती की कॉल करने वाले को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने विजय पाल को इसकी सूचना दी। मगर विजय पाल जब थाने पहुंचे तो उनके पैर के नीचे से जमीन खिसक गई। पुलिस ने जिसे पकड़ा था वह उनका बेटा मनीष ही था। मनीष ने पैसों के लिए पहले खुद के अपहरण का नाटक रचा फिर पिता को फिरौती की कॉल कर दी।
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