राष्ट्रीय (29/10/2014)
निठारी कांड: सुरेंद्र कोली को फांसी लगना तय, जानिए किस हाल में है उसका परिवार
लखनऊ. सुप्रीम कोर्ट ने
निठारी कांड के मुख्य आरोपी सुरेंद्र कोली की फांसी पर 29 अक्टूबर को रोक
लगा दी है। इसके बाद उसकी फांसी लगभग तय मानी जा रही है। वहीं, उसके
गुनाहों की सजा उसके बीवी-बच्चे भी भुगत रहे हैं। उनसे कोली के भाइयों और
रिश्तेदारों ने रिश्ता-नाता तोड़ लिया है। किसी को बदनामी का डर है तो कोई
झंझट में
फंसने से बच रहा है। कोली के पिता की मौत हो चुकी है।
परिवार में मां के अलावा उसके तीन भाई और एक बहन हैं। सबसे बड़ा भाई
चंदनराम, दूसरे आनंदराम, तीसरा सुरेंद्र कोली है, चौथे भाई की अभी शादी
नहीं हुई है। गांव में कोली की मां कुंती देवी (70) और उसकी पत्नी शांति
देवी रहते थे। करीब छह महीने पहले कोली की पत्नी अपने दोनों बच्चों को लेकर
दिल्ली चली आई है। कोली
की गिरफ्तारी के बाद से कोई भी उनके साथ खड़ा होने को तैयार नहीं है। यहां
तक कि कोई उन्हें आसरा देना नहीं चाहता। मौजूदा समय में कोली की पत्नी
शांतिदेवी दिल्ली में अकेले दम पर बच्चों का लालन-पालन कर रह रही है।
गुजारे के लिए वह एक छोटी-सी नौकरी कर रही है। dainikbhaskar.com से बातचीत
में उसने अपना दर्द बयां किया। कोली
के परिवार में उसकी पत्नी शांतिदेवी, बड़ी बेटी (11) और छोटा बेटा (8) है।
साल 2006 में जब कोली का नाम निठारी कांड में आया था, उस दौरान उसका बेटा
पैदा भी नहीं हुआ था। इस कांड की गूंज उसके गांव मंगरुखाल तक भी पहुंची।
शांति देवी ने बताया कि कोली की गिरफ्तारी के बाद गांववाले उससे दूरियां
बनाने लगे। उसने सबसे मदद की गुहार लगाई लेकिन कोई भी साथ देने को तैयार
नहीं हुआ।
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