राष्ट्रीय (29/10/2014) 
किंकत्यर्वविमूढ़ की स्थिति में उद्धव, भाजपा के तेवर कड़े
महाराष्टï। शिवसेना महाराष्ट्र में भाजपा को समर्थन देने के लिए तैयार है। लेकिन अब भाजपा ने कड़ा रूख अख्तियार कर लिया है और बिना शर्त समर्थन पर अड़ गई है। भाजपा ने शिवसेना के सामने समर्थन को लेकर शर्तें रख दी हैं। भाजपा ने कहा है कि वह शिवसेना को उपमुख्यमंत्री या दूसरे बड़े पद नहीं देगी और उद्धव की पार्टी को इसके बिना ही समर्थन देना होगा।

इसके अलावा महाराष्ट्र की राजनीति में जिन मंत्रालयों की भूमिका महत्वपूर्ण है, जैसे सिंचाई, वित्त, ऊर्जा और शहरी विकास जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों को भी भाजपा नहीं छोडऩा चाहती। हालांकि शिवसेना के लिए सबसे बड़ा मुद्दा उपमुख्यमंत्री पद का है। शिवसेना चाहती थी कि उपमुख्यमंत्री राज्य के मुख्यमंत्री के साथ ही पद की शपथ लें। लेकिन भाजपा के तेवरों को देखकर ऐसा होना मुमकिन नहीं दिख रहा।
शिवसेना नेताओं ने उद्धव ठाकरे को भाजपा की शर्तों के बारे में सूचित कर दिया है। संभावना है कि आज या कल में शिवसेना इस बारे में फैसला ले सकती है।
विधानसभा चुनावों में सीटों के बंटवारे को लेकर शिवसेना ने अडिय़ल रवैया अपनाया था। इसकी वजह से भाजपा से उसका लंबे समय से चल रहा गठबंधन भी टूट गया। लेकिन मतगणना के दिन भाजपा की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के साथ ही एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भाजपा को बिना शर्त समर्थन की घोषणा कर दी। लिहाजा शिवसेना को बीजेपी के सामने झुकना पड़ा।

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