राष्ट्रीय (28/10/2014)
सूरज में दिखा अब तक का सबसे बड़ा काला धब्बा, लग सकते हैं भूकंप के झटके

मेरठ. इस साल सूर्य में अब तक का सबसे बड़ा
काला धब्बा दिखाई पड़ा है। एक्स थ्री सीरीज के 'कोरोनल मास इंजेक्शन' को
लेकर खगोलविद चिंतित हैं। वह इस घटना का अध्ययन करने में जुटे हैं। इससे
आने वाले कुछ दिनों में पृथ्वी के किसी भी हिस्से में भूकंप के बड़े झटके
महसूस किए जा सकते हैं। इससे पहले भी सूर्य पर तीन बार बड़े
धब्बे दिखाई दिए हैं। पहला धब्बा 1947 में, इसके बाद 2001 में और अब 2014
में यह धब्बा दिखाई दिया है। नवंबर महीने के शुरू में लोग खुली आंखों से इस
धब्बे को देख सकेंगे। एनएएस
इंटर कॉलेज के विज्ञान शिक्षक और जिला विज्ञान क्लब के समन्वयक दीपक शर्मा
के अनुसार शनिवार को वैज्ञानिकों ने सूर्य में दिखे इस धब्बे को देखा।
उन्होंने बताया गया कि पिछले 68 सालों में सूर्य में यह सबसे बड़ा धब्बा
दिखाई दिया है। दीपक शर्मा ने बताया कि सूर्य एक आग का गोला है। इसमें
लगातार विस्फोट होते रहते हैं। विस्फोट के दौरान आग की लपटें सूर्य से बाहर
निकलती हैं, लेकिन वे बार-बार अंदर की ओर आ जाती है। जब यह लपटें वापस
नहीं आती हैं तो उसे 'कोरोनल मास इंजेक्शन' कहा जाता है। इसमें
कई अवेक्षित कणों के ग्रुप होते हैं। बड़े आकार का प्लाज्मा एक बार बाहर
निकलने पर सूर्य पर धब्बे के रूप में दिखाई देता है। उन्होंने बताया कि इस
बार एक्स थ्री पावर का प्लाज्मा सूर्य से तेज धमाके के साथ पृथ्वी की ओर
निकला है। इससे पहले भी सूर्य पर तीन बार बड़े धब्बे दिखाई दिए हैं। बाधित हो सकता है नेटवर्क दीपक
शर्मा ने बताया कि इलेक्ट्रो मैग्नेटिक पार्टिकल अमूमन तीन घंटे में
पृथ्वी तक पहुंच जाते हैं, लेकिन प्रभावकारी पार्टिकल तीन दिन में पृथ्वी
तक पहुंचेंगे। यह पार्टिकल धरती की चुंबकीय शक्ति पर सीधा प्रभाव डालेंगे।
इससे कम्युनिकेशन नेटवर्क पर प्रभाव पड़ेगा। इसके चलते नेटवर्क बाधित हो
सकते हैं। |
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