राष्ट्रीय (09/10/2014) 
शारदा विवि के चांसलर की गिरफ्तारी क्यों नहीं दबाव के चलते हाथ डालने से कतरा रही पुलिस
ग्रेटर नोएडा। शारदा विश्वविद्यालय के चांसलर पीके गुप्ता सहित तीन के खिलाफ एफआइआर के बाद महिला प्रोफेसर के पुलिस ने बयान दर्ज कर लिए हैं। बावजूद इसके अब तक चांसलर पीके गुप्ता की गिरफ्तारी की कोशिश तक नहीं की है। यह आरोप महिला प्रोफसर ने लगाए हैं।

आरोप है कि पुलिस इस मामले में पूरे-पूरे दबाव में काम कर रही है। यही कारण है कि पीके गुप्ता पर हाथ डालने से पीछे हटा जा रहा है। हालांकि गिरफ्तारी के लिए पुलिस एक-दो दिन में विवि में दोबारा दबिश देगी। 1नोएडा निवासी एक महिला शारदा विश्वविद्यालय में नौकरी करती थी। वह गणित विषय के एसोसिएट प्रोफेसर थी। महिला का कहना है कि वह विश्वविद्यालय में प्रोफेसर एमपी जैन के साथ काम करती थी। महिला का आरोप है कि विवि चांसलर पीके गुप्ता, एमपी जैन व एचओडी डाक्टर मुनेंद्र सिंह उसके साथ अक्सर छेड़छाड़ करते थे।
अपने कक्ष में बुलाकर अश्लील बातें करते थे। साथ ही मानसिक रूप से भी परेशान करते थे। जब मैंने इसका विरोध किया था तो उन्होंने मुङो नौकरी से निकाल दिया था। पुलिस को दिए बयान में महिला ने तीनों लोगों द्वारा छेड़छाड़ करने की बात बताई है।
महिला का बयान दर्ज हो गया है। महिला द्वारा दिए गए बयान के आधार पर ही कार्रवाई होनी है। जल्द ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।-डा. ब्रजेश सिंह, एसपी देहात।

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