राष्ट्रीय (09/10/2014) 
राजनीति में पक रही खिचड़ी समाजवादी पार्टी-जेडीयू की नजदीकियों का राज
जयललिता जैसी दिग्गज नेता आजकल भ्रष्टïाचार के मामले को लेकर जेल की हवा-पानी ले रही हैं। इसी को देखते हुए अब अन्य दलों के मुखियाओं ने खुद को बचाने के लिए एकजुट होने का फैसला लिया है।

समाजवादी पार्टी और जनता दल युनाईटेड एक-दूसरे के नजदीक आ रही है। अब चर्चाएं यह भी है कि चौधरी अजित सिंह राष्टï्रीय लोक दल को लेकर इस राजनीति खिचड़ी में शामिल हो सकते हैं। जिस तरह से समाजवादी पार्टी ने राष्टï्रीय अधिवेशन में एकजुटता का संदेश भाजपा को दिया है। उससे एक बात तो जरूर है कि जिस तरह से कांग्रेस मुलायम-मायावती के पीछे सीबीआई को छोड़ती थी, अब भाजपा को ऐसा करना इसलिए महंगा पड़ जाएगा क्योंकि उत्तर भारत के सभी क्षेत्रीय दल एक-दूसरे के बचाव में उतर आएंगी।
राजनीतिक गलियारों में हलचल है कि सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव ने जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव को विशेष आमंत्रण भेज कर पार्टी के राष्टï्रीय अधिवेशन में बुलाया था। कई अन्य दलों को भी इसमें शामिल होने का निमंत्रण भेजा गया है। जिस तरह से शरद यादव की नजदीकियां भाजपा से है और अब सपा से हो गई है। शरद यादव अब सपा और भाजपा के बीच एक पुल का काम भी कर सकते हैं।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने भाजपा के ज्यादातर नेताओं को जीरो किया हुआ है और सबको खरी-खरी हिदायत दी है कि भ्रष्टïाचार में नाम आते ही वे जेल जा सकते हैं। इसका डर अन्य दलों में भी साफ देखने को मिल रहा है। सपा और बसपा यूपी की दिग्गज पार्टियां हैं मगर इनके दामन पर भ्रष्टाचार के कई दाग लगे हैं। ऐसे में अपनी साख बचाना इन दलों के लिए प्राथमिकता है। अब इसके लिए उन्हें कुछ भी क्यों न करना पड़े। यही कारण है कि अब बिहार और यूपी की राजनीति भी एक होने की ओर चल पड़ी है।

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