राष्ट्रीय (02/10/2014)
इक्कीस तोपो की सलामी - Nautanki Films .... की

बॉलीवुड की एक फिल्म जो कतार में हैं जिसे डायरेक्ट कर रहे हैं रविन्द्र गौतम और प्रोडूसर हैं अभिनव शुक्ला ... इस फ़िल्म के प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाने का अवसर मिला और खुद अनुपम खेर जी के जुबानी इक्कीस तोपो की सलामी की कहानी सुनने का मौका मिला बहुत सच्चाई और ईमानदारी से भरपूर जोश के साथ अनुपम जी ने हर मीडिया वाले को बांध भी लिया और तालियां भी बाजवा दी ... इस फ़िल्म में अनुपम जी मुख्य भूमिका में नज़र आएंगे, एक ईमानदार पिता के तौर पर उन्होंने इस फ़िल्म के मिस्टर जोशी के इस क़िरदार और इस फ़िल्म को अपनी 487 फिल्मों से हटकर दिल के बेहद क़रीब बताया, ईमानदारी के ज़ज़्बे को जब भी बयां किया तब तब उन्होंने अपने पिता और दादा जी को याद किया .. एक बहुमुखी प्रतिभा के धनि, जिन्हें आपने हर तरह के क़िरदार में देखा होगा ऐसे अनुपम खेर जी इस फ़िल्म में आपको पहले भाग में सजीव भूमिका में नज़र आएंगे और इंटरवल के बाद एक निर्जीव शरीर के तौर पर एक्टिंग करते भी दिखेंगे वो भी अपनी आँखें खुली रखे हुए !!! अनुपम खेर के साथ आप इस फ़िल्म में देख पाएंगे नेहा धूपिया, देव्युंदु शर्मा मनु ऋषि चढ़ा, अदिति शर्मा, राजेश शर्मा, उत्तरा जी, सुप्रिया कुमारी, भगवन तिवारी, सुधीर पाण्डेय, आशिफ़ और अनुराग अरोरा को ... एक साफ़ सुथरी कॉमेडी फ़िल्म जो हंसी और रोमांच से भरपूर है, जिसमें एक पिता का प्यार, डांट और सवेंदना भी दिखाई देगी .... तो वही दो नौटंकी बाज़ बेटों की शरारतें, ऊधम सब कुछ मिलेगा इस फ़िल्म में ..... अगर बात करें देव्युंदु शर्मा की जो दिल्ली से हैं जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत की प्यार का पंचनामा से और अब ये इक्कीस तोपो की सलामी ... वो खुद कहते हैं की ये फ़िल्म उनके अपने पर्सनल लाइफ से जुडी हुई हैं .... एक शैतान और नकारा बेटा कैसे अपने भाई के साथ मिलकर पिता को सम्मान दिलाता है ये सब कुछ है इस फ़िल्म में आप ये भी देखेंगे की कैसे दोनो बेटे अपने पिता के सम्मान के लिए क्या से क्या करते हैं और इक्कीस तोपो की सलामी दिलवाते हैं, हास्य और संवेदनाओं का ये संगम आपको रिश्तों के एक नए एहसास से जोड़ेगा, ऐसे समय में जहाँ रिश्तों की अहमियत शायद कम होती जा रही हैं आप खुद को एक नए फैमिली वैल्यू से जुड़ता हुआ पाएंगे ..... इस फ़िल्म में अनुपम खेर ने एक पिता के रूप में बहुत कमाल और ज़बरदस्त अभिनय किया है जिन्हें आप पुरुषोत्तम जोशी के अवतार में देखेंगे, जो सरकारी नौकरी करते हुए एक बहुत ईमानदार व्यक्ति हैं पर किस्मत उनसे ज़रा नाराज़ रहती है वो जब भी कुछ अच्छा काम करते हैं तो काम तो हो जाता है पर जब उस काम के लिए अवार्ड या सम्मान मिलने की बारी आती है तब कुछ न कुछ अजीबोग़रीब हालत पेश आ जाते हैं और बस यही वो मोड़ है जब आप फ़िल्म से बंध जायेंगे ..... पर उनकी यही ईमानदारी न तो उनके बेटों को पसंद आती है न और लोगों को ... ऐसे ही हाल में एक दिन मिस्टर जोशी पर भृष्टाचार का आरोप लग जाता है और इस सदमे से उनकी मौत हो जाती है ... यही इंटरमीशन के बाद आप देखेंगे की कैसे उनके बेटे न बल्कि मिस्टर जोशी के नाम से वो आरोप को ग़लत साबित करवाते हैं और मज़ेदार, संवेदनाओ के साथ पिता को इक्कीस तोपो की सलामी भी दिलवाते हैं ..... तो आप इस 10 अक्टूबर को राहील क़ाज़ी की इस फ़िल्म को ज़रूर देखें जिसका संगीत दिया है राम संपत ने और इस फ़िल्म के गाने भी आपको पसंद आएंगे !! इस फ़िल्म का एक गाना जो मुझे बेहद पसंद आया आपको पसंद आएगा ..... हम तुम्हें कैसे बताएं तुम में क्या क्या बात है तुमसे दिल में शायरी है इश्क़ की सौगात है ..... :)) |
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