
प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी ने व्यापार और वाणिज्य को अंतरराष्ट्रीय संबंधों का केंद्र
बिंदु बताते हुए यहां भारतीय अमेरिकी समुदाय को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार
कृषि, विनिर्माण और सेवा जैसे महत्वपूर्ण सेक्टरों पर ध्यान केंद्रित कर
अर्थव्यवस्था को गति देने को प्रतिबद्ध है। अमेरिका में भारतीय राजदूत एस
जयशंकर द्वारा प्रधानमंत्री के सम्मान में दिए गए रात्रि भोज में मोदी ने
कहा, ''आज की दुनिया में, ये कारोबार और वाणिज्य हैं जो अंतरराष्ट्रीय
संबंधों के अगुवा हैं और अर्थव्यवस्था को चलाते हैं।’’ मेडिसन स्क्वेयर गार्डन में रॉक स्टार स्टाइल में आयोजित समारोह में भारतीय समुदाय के करीब 20 हजार लोगों की भीड़ को संबोधित करने के बाद मोदी ने जानी मानी हस्तियों के एक विशेष समूह से संक्षिप्त बातचीत की और विकास तथा भारत को निवेश की दृष्टि से आकषर्क बनाने की दिशा में सरकार के प्रयासों एवं पैनी नजर को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, ''हमारा पूरा ध्यान आर्थिक गतिविधि के विकास पर है कि अर्थव्यवस्था को कैसे आगे बढ़ाया जाए, चाहे यह कृषि हो, विनिर्माण या सेवा क्षेत्र।’’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''मेरा मानना है कि एक स्वस्थ अर्थव्यवस्था के लिए़...एक तिहाई कृषि, एक तिहाई विनिर्माण, एक तिहाई सेवा क्षेत्र...यदि ये सभी एक साथ विकास करते हैं... तो यदि कोई एक क्षेत्र गिरावट का सामना करता भी है तो भी देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा।’’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, लेकिन यदि अर्थव्यवस्था पूरी तरह किसी एक सेक्टर पर निर्भर करेगी तो यह छोटे झटकों को भी झेल पाने में सक्षम नहीं होगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार विनिर्माण क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर रही है। विनिर्माण सेक्टर में छोटे रोजगार पैदा करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा प्रयास यह है कि भारत को इन सभी तीनों क्षेत्रों में प्रगति और विकास करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि सेवा क्षेत्र में पर्यटन में भारी संभावनाएं हैं। मोदी ने कहा, ‘‘आज के दौर में जो एक क्षेत्र है जिसमें विकास की सर्वाधिक क्षमता है, वह पर्यटन है। ऐसा अनुमान है कि पर्यटन क्षेत्र में तीन खरब डालर का कारोबार है।’’ उन्होंने इसके साथ ही कहा कि भारत ने पर्यटन क्षेत्र में छुपी व्यापक क्षमताओं का लाभ नहीं उठाया है और पर्यटन क्षेत्र में अपनी क्षमताओं का पूरा दोहन करने के लिए अभी तो उसकी सतह तक को नहीं छुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा, ''हमारा प्रयास है कि पर्यटन का विकास होना चाहिए। मेरा यह मानना है कि आतंकवाद बांटता है और पर्यटन जोड़ता है।’’ उपस्थित लोगों की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच मोदी ने कहा कि जब पर्यटन क्षेत्र विकसित होता है तो हर कोई ‘‘चाहे आटोरिक्शा वाला है, टैक्सी वाला है और चायवाला है’’ हर कोई कमाता है। भारत के ‘‘वसुधव कुटुम्बकम’’ के दर्शन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यदि अमेरिका में एक भारतीय परिवार पांच गैर भारतीय परिवारों को पर्यटक के तौर पर भारत की यात्रा के लिए प्रेरित करता है तो किसी तरह के टूरिजम प्रमोशन की जरूरत ही नहीं है। |