राष्ट्रीय (27/09/2014) 
संयुक्त राष्ट्र में नवाज शरीफ ने उठाया कश्मीर मुद्दा
संयुक्त राष्टï। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए वहां जनमत संग्रह के वादे को पूरा करने की बात कही। पाकिस्तानी पीएम ने भारत पर इस बात की तोहमत लगाई कि उसने विदेश सचिव स्तर की वार्ता को रद्द कर लंबित मुद्दों का समाधान करने के लिए एक अन्य अवसर को गंवा दिया।

नवाज शरीफ ने भारत को दोहरा झटका देते हुए संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में स्थाई सीट की संख्या बढ़ाने की बात को भी खारिज किया। जबकि सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए भारत की तरफ से वर्षों से आवाज उठाई जा रही है। नवाज शरीफ ने दावा किया कि कश्मीर के मूल मुद्दे पर पर्दा नहीं डाला जा सकता। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान बातचीत के जरिये इस समस्या का समाधान निकालने के मकसद से काम करने के लिए तैयार है। शरीफ ने वार्षिक संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए कहा, जम्मू-कश्मीर के लोगों को आत्म निर्णय का अधिकार दिलाने का हमारा समर्थन और पैरवी कश्मीर विवाद का एक पक्ष होने के नाते हमारी ऐतिहासिक प्रतिबद्धता व दायित्व है। भारत को ताने मारते हुए शरीफ ने कहा कि छह दशक से भी पहले संयुक्त राष्ट्र में जम्मू कश्मीर में जनमत संग्रह कराने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया था। उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर के लोग अब भी उस वादे को पूरा किए जाने का इंतजार कर रहे हैं। कश्मीरियों की कई पीढिय़ां आधिपत्य में रहीं और (उनके साथ) हिंसा हुई व उनके मौलिक अधिकारों का हनन हुआ। खासकर कश्मीरी महिलाएं भयंकर मुसीबत और अपमान से गुजरी हैं।
उन्होंने कहा कि दशकों तक संयुक्त राष्ट्र के तत्वाधान व लाहौर घोषणापत्र के आलोक में द्विपक्षीय ढंग से भी इस विवाद को सुलझाने के प्रयास किए गए। शरीफ ने कहा, जम्मू कश्मीर का मूल मुद्दा सुलझाया जाना है। यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जिम्मेदारी है। जबतक जम्मू कश्मीर के लोगों की इच्छा के अनुसार कश्मीर मुद्दे का हल नहीं कर लिया जाता, उस पर हम पर्दा नहीं डाल सकते।


 पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने भारत की चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए कश्मीरी अलगाववादी हुर्रियत नेताओं से भेंट की थी जिसके बाद भारत ने विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद्द कर दी थी।

शरीफ ने कहा, 'हमें विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद्द होने से निराशा हुई। अंतरराष्ट्रीय बिरादरी ने भी इसे गंवा दिए जाने वाले अवसर के रूप में देखा।' हालांकि शरीफ ने संकेत दिया कि पाकिस्तान भारत के साथ वार्ता प्रक्रिया की बहाली के विरुद्ध नहीं है. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान बातचीत के जरिए इस समस्या का हल करने की दिशा में प्रयास करने को तैयार है।'

संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान ने भारत को दूसरा झटका सुरक्षा परिषद की स्थाई सीट के मसले पर दिया। नवाज शरीफ ने अपने संबोधन में कहा कि पाकिस्तान सुरक्षा परिषद की स्थाई सीट (फिलहाल 5 देशों के पास) की संख्या बढ़ाने के तर्क को खारिज करता है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के अंगों में सभी सदस्य राष्ट्रों के हित निहित होने चाहिए। इसमें कुछ देशों की महत्वकांक्षाएं नहीं शामिल होनी चाहिए।

ऐसा कहते हुए नवाज शरीफ के निशाने पर भारत समेत वे सारे देश थे, जो सुरक्षा परिषद में रिफॉर्म कर स्थाई सीट की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। भारत भी परोक्ष रूप से स्थाई सीट पर अपनी दावेदारी जताता रहा है। नवाज शरीफ ने कहा कि यूएम में होने वाला रिफॉर्म व्यापक होना चाहिए। साथ ही इसमें सभी सदस्यों के हित शामिल होने चाहिए। 

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