नौकायान की कई अन्तर्राष्ट्रीय
प्रतियोगिताओं में अपना लोहा मनवा चुके अन्तर्राष्ट्रीय नौकायान खिलाड़ी बजरंग लाल
ताखर ने इस बार के एशियाड खेल में कांस्य पदक जीत कर पदक की हैट्रिक लगाई है। ताखर
ने एक बार पुन: अपनी खेल प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन करते हुए इंचियोन एशियन गेम्स
की नौकायान प्रतियोगिता में पुरुषों के ऐट फाइनल स्पर्धा में भारत की तरफ से
कांस्य पदक जीता। टीम में बजरंग लाल ताखर, कपिल शर्मा, रंजीत सिंह,
रॉबिन
उलाहनन, सावन कुमार, मोहम्मद आजाद, मनिन्दर सिंह,
देवेन्द्रर
सिंह और मोहम्मद आजाद अहमद शामिल थे।
बजरंगलाल ताखर का लगातार तीन एशियाड में तीसरा पदक जीत कर पदक की हैट्रिक
लगाई है। एशियन गेम्स में बजरंगलाल ताखर ने व्यक्तिगत स्पर्धा में 2006
में रजत व 2010 में स्वर्ण पदक
जीता था।
ताखर ने बताया कि हमने 2010 के एशियाड की नौकायान में एक स्वर्ण,तीन रजत व एक कांस्य सहित कुल पांच पदक जीते थे। इस बार हमे मात्र तीन कांस्य पदक ही मिल पाये हैं। मगर इससे हम निराश नहीं हैं आगामी खेलों में हम हमारा प्रदर्शन बेहतर करने का पूरा प्रयास करेंगें। इस बार भी हमारे खिलाडिय़ों ने श्रेष्ट प्रदर्शन किया था मगर संयोगवश हम स्वर्ण पदक से चूक गये। राजस्थान के रेगिस्तानी शेखावाटी क्षेत्र के सीकर जिले की छोटी सी बालूराम की ढ़ाणी में 5 जनवरी 1981 को सामान्य किसान परिवार में जन्में ताखर राजस्थान के अकेले ऐसे खिलाड़ी है जिसने लगातार तीन एशियाड खेलों में तीन पदक जीते हैं। वर्तमान में भारतीय सेना की राजपूताना रायफल्स रेजिमेंन्ट में नायब सूबेदार के पद पर कार्यरत ताखर की खेल प्रतिभा को देखते हुये 2008 में भारत सरकार द्वारा उन्हे अर्जुन अवार्ड से नवाजा गया था। 2008 में ही ताखर को भारत सरकार द्वारा आर्मी अवार्ड से सम्मानित किया गया। 2013 में ताखर को नौकायान खेल के लिये पद्म श्री सम्मान से भी सम्मानित किया जा चुका है। उल्लेखनिय है कि इस बार के इंचियोन एशियन गेम्स की नौकायान प्रतियोगिता में राजस्थान के पांच खिलाडिय़ों ने भाग लिया है।
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