राष्ट्रीय (25/09/2014) 
हिंदू महिला की जान बचाने के लिए मुस्लिम युवकों ने दी जान
मुरादाबाद। न धर्म बड़ा है न बड़ा है मजहब, बड़ा तो केवल इंसान। इस पर अमल करते हुए मुरादाबाद में दो युवक दानिश और नोमान ने सुमन की जान बचाने के लिए खुद की जान कुर्बान कर दी।

जनाजे के वक्त हिंदू परिवारों ने जमकर फूल बरसाए और आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। आज मृतकों के परिजनों को सरकारी नौकरी दे दी गई है। साथ ही नकद सहायता के रूप में पांच-पांच लाख रुपये दिए गए हैं। दानिश और नोमान को शहीद का दर्जा दिया गया है। ये मिसाल पूरे देश में सौहार्द बनाने का काम कर रही है।

एक तरफ देश के जिम्मेदार नेता सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़कर लाशों पर राजनीति कर रहे हैं ये लोग हिंदू को मुसलमान से लड़वाकर दूर कर रहे हैं ऐसे में मुरादाबाद की इस घटना ने सांप्रदायिकता पर राजनीति करने वाले नेताओं मुंह पर करारा तमाचा लगाया है।
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