राष्ट्रीय (22/09/2014) 
पीएम मोदी ने कहा लोकतंत्र हमारे डीएनए में है
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत और अमेरिका इतिहास और संस्कृति के जरिये एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और आने वाले समय में वास्वतिक कूटनीतिक साझेदार हो सकते है। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को चीन जैसा बनने की जरूरत नहीं है।  उन्होंने कहा कि लोकतंत्र हमारी बेशकीमती अमानत है और यह भारतीयों के डीएनए में है।

जब प्रधानमंत्री से पूछा गया कि क्या भारत अगला चीन बन सकेगा या वैसी विकास दर हासिल कर सकेगा, उन्होंने कहा, यह युग एशिया का है। भारत और चीन जैसी ताकतों का युग है। भारत को चीन बनने की जरूरत नहीं है। मेरा मानना है कि भारतीयों के पास अपार प्रतिभा है। मुझे 121 करोड़ भारतीयों की क्षमताओं पर पूरा भरोसा है।  भारतीयों के टैलेंट को सही दिशा देने का रोड मैप मेरे पास है। क्या पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में चीन के बर्ताव से भारत चिंतित है, पूछे जाने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों की स्थितियां अलग हैं। अगर हम हर छोटी-मोटी चीज के बारे में चिंता करेंगे तो देश नहीं चला पाएंगे, पर यह भी सही है कि हम आंख बंद करके भी नहीं रह सकते। इस दौर में हर किसी को हर एक की मदद लेनी होगी। चीन भी आइसोलेशन में नहीं रह सकता।
मोदी ने कहा कि विकास के लिए भारत कभी लोकतांत्रिक मूल्यों की बलि नहीं देगा. उन्होंने कहा, 'लोकतंत्र विकास में बाधक है, यह कहना गलत है. लोकतंत्र हमारी अमानत है, जिससे हम समझौता नहीं कर सकते. वह हमारे डीएनए में है

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