राष्ट्रीय (20/09/2014) 
आप अच्छे! लेकिन पार्टी का क्या
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस तरह से भारतीय मुसलमानों की देशभक्ति पर कोई संदेह न होने की बात कह कर मुस्लिम वर्ग का दिल जीतने की कोशिश की है, इससे यह प्रतीत होता है कि वह अब कट्टवादी सोच छोड़ कर धर्मनिरपेक्षता की ओर बढऩे लगे हैं। लेकिन ऐसे में भाजपा के एजेंडे का क्या जिसकी पहचान कट्टरवादी सोच की है। ऐसे में मुस्लिम का दिल जीतना एक चुनौती है।

अब इस मामले में मुस्लिम धर्मगुरूओं के बयान भी आने लगे हैं। एक ओर देश में लव जेहाद के नाम पर भी लोगों को बांटने की कोशिश की जा रही है। भाजपा के सांसद योगी आदित्यनाथ, संगीत सोम  व साक्षी महाराज आदि ऐसे नाम हैं जो आज भी नफरत भरे बयान देने से बाज नहीं आते हैं। योगी आदित्यनाथ के खिलाफ तो गई मुकदमें भी दर्ज हो चुके हैं जबकि दंगा भड़काने का संगीत सोम पर मुकदमा भी चल रहा है।
गौरतलब है कि देश के कई मुस्लिम धर्मगुरूओं एवं नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भारतीय मुसलमानों के संदर्भ में दिए बयान की तारीफ करते हुए कहा है कि 'यह बयान सही समय पर आया है और इससे उन तत्वों का हौसला पस्त होगा जो देश के माहौल को खराब करना चाहते हैं।Ó
दिल्ली स्थित फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का स्वागत करते हैं। हम इस बयान का इंतजार कर रहे थे। पिछले कुछ दिनों में योगी आदित्य नाथ, प्रवीण तोगडिय़ा, साक्षी महाराज और मेनका गांधी की ओर से जो बयान आए हैं उससे देश का माहौल खराब होने का खतरा पैदा हो गया था। हम यही चाहेंगे कि नरेंद्र मोदी अपनी पार्टी के लोगों को इस बारे में निर्देश जारी करें।
बता दें कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने बीते दिन अपने एक बयान में कहा था कि भारतीय मुस्लिम भारत के लिए जिएंगे, वे भारत के लिए मरेंगे - वे भारत के लिए कुछ बुरा नहीं चाहेंगे। उनसे अल कायदा प्रमुख की ओर से जारी उस वीडियो के बारे में पूछा गया था जिसमें भारत और दक्षिण एशिया में अल कायदा का संगठन खड़ा करने की अपील करते हुए कहा गया था कि गुजरात और कश्मीर में दमन का सामना कर रहे मुसलमानों को वे मुक्ति दिलाना चाहते हैं।

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