राष्ट्रीय (19/09/2014) 
बुलंदशहर की लूट का खुलासा

ज्ञातव्य हो कि दिनांक 11.09.2014 में लल्ला बाबू चैराहे पर स्थित एल0एम0 ज्वैलर्स के शोरूम मे असलाहधारी बदमाशो द्वारा डकैती की दुस्साहसिक एंव सनसनीखेज कांड को अंजाम दिया गया। इस सम्बन्ध मे शोरूम के प्रोपराइटर श्री हर्षित गर्ग द्वारा थाना कोतवाली नगर पर मु0अ0सं0-693/2014 धारा 395 भादवि अज्ञात बदमाशों के विरूद्ध पंजीकृत कराया गया। इस सनसनीखेज और सरेशाम घटित डकैती की घटना की सूचना मिलते ही उच्चाधिकारियों द्वारा तत्काल घटनास्थल पर पहुॅचते हुए पूरे शहर की नाकाबंदी करायी गयी, परन्तु बदमाश पुलिस को चकमा देकर भागने मे सफल रहे। शोरूम के प्रो0 श्री हर्षित गर्ग ने बताया कि शोरूम में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए है। सीसीटीवी कैमरे में आये फुटेज को गहनता व बारीकी से देखने पर बदमाशों के चेहरे व हुलिया स्पष्ट दिखाई दिये। वहाॅ पर मौजूद पुलिसकर्मियों द्वारा उनमे से दो बदमाशों की पहचान इन्द्रपाल उर्फ गुड्डू उर्फ ताऊ व सतीश उर्फ अनिल के रूप में की गयी। इन बदमाशों की शिनाख्त को और पुख्ता करने के उद्देश्य से उनके फोटोग्राफस को जेल मे निरूद्ध अन्य बदमाशों को जेल मे जाकर दिखाया गया तो उन्होने भी उक्त दोनो के होने की पुष्टि की और बताया कि यह वारदात ताऊ गैंग द्वारा कारित की गयी है। इन दोनों की तलाश हेतु तत्काल 05 टीमें बनाकर इनके ठिकानों पर दबिशे शुरू की गयी तो उक्त सतीश के बारे में ज्ञात हुआ कि सतीश बाजपुर मे हुई एक ज्वैलर्स के यहाॅ डकैती के मामले मे जिला कारागार हल्द्वानी मे निरूद्ध है। पुलिस टीम तत्काल हल्द्वानी पहुॅची और वहाॅ के जेल अधिकारियों से जानकारी की तो ज्ञात हुआ कि उक्त सतीश उर्फ अनिल खैर व अलीगढ के दो मामलों, जिनमे पेशी दिनांक 09.09.2014 व 11.09.2014 को अलीगढ कोर्ट मे थी, आरक्षी पंकज कुमार व दीपक बिष्ट की गार्द के साथ दिनांक 08.09.2014 को जिला कारागार हल्द्वानी से रवाना होकर गया था, जिसे 11.09.2014 की पेशी के बाद वापस हल्द्वानी जेल आना था। इस बात से इसकी ओर पुष्टि हो गई कि सतीश ने पेशी से आने के बाद अपने अन्य साथियों के साथ बुलन्दशहर आकर उक्त डकैती की घटना को अंजाम दिया। लगातार प्रयासों एवं पुलिस की कडी मेहनत के बाद आज दिनांक 19.09.2014 को मुखबिर की सूचना पर उक्त अभियेाग के खुलासे में लगी टीमों को जरिये मुखबिर सूचना मिली कि उक्त डकैती की घटना से सम्बन्धित बदमाश अपने-अपने हिस्से का माल/पैसा लेने के लिए अलीगढ में इकठ्ठा हुए थे और अपने-अपने हिस्से का माल लेकर अपने-अपने ठिकानों को जाने वाले है। इस सूचना पर तत्परता पूर्वक टीमों को मुखबिर की सूचना के आधार पर रवाना किया गया। टीमों द्वारा घटना मे सम्मिलित निम्नलिखित अभियुक्तों को विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार कर उनके पास से घटना मे लूटी गयी ज्वैलरी, नकद धनराशि व घटना मे प्रयुक्त असलहों को बरामद करने में सफलता पायी गयी। गिरफ्तारशुदा अभियुक्तों के नाम व पते इस प्रकार है:-

1.  वीरेन्द्र सिंह उर्फ ठाकुर उर्फ बब्लू पुत्र बहादुर सिंह ठाकुर निवासी    खेतलसण्डा पीलीभीत रोड खटीमा जनपद ऊधमसिंह नगर (उत्तराखण्ड)
2. सुनील गिरि पुत्र वीरेन्द्र गिरी निवासी बीछट सुजानपुर थाना कोतवाली देहात जनपद बुलन्दशहर।
3. प्रमोद कुमार पुत्र रामफूल सिंह निवासी दादूपुर थाना जवां जनपद अलीगढ वर्तमान पता दादूबाग अलीगढ, हाल तैनाती- कां0 372 प्रमोद कुमार कोतवाली रूद्रपुर जनपद ऊधमसिंह नगर उत्तराखण्ड।
4.  विनोद पुत्र मोतीलाल निवासी रामपुर सोहरोना थाना भोतकला हाटा जनपद कुशीनगर।
5. रवि पुत्र महेन्द्र ंिसंह निवासी सदरपुर थाना सलेमपुर जनपद बुलन्दशहर।
6. महेन्द्र ंिसंह पुत्र हुकुम ंिसंह निवासी सदरपुर थाना सलेमपुर जनपद बुलन्दशहर।

उपरोक्त गिरफ्तारशुदा अभियुक्तो से बरामद माल का विवरण निम्न प्रकार है।

सोने के आभूषणः-
1. हाथ की चूडियाॅ - 75
2. हथफूल- 01
3. गले के सैट- 17
4. पेन्डेन्ट- 19
5. अगॅूठी- 22
6. कुन्दन सैट- 01
7. मंगल सूत्र- 03
8. कान के इयरिंग- 112
9. सोने के चैन- 09
10. ब्रशलेट- 04
11. काला माला- 01
12. रूद्धाक्ष माला- 01
13. हार- 01
14  फ्रेम मे गोल्ड की मूर्तिया- 08
15. सोने की गिन्नी- 01
16. बाजू बन्द- 01
17. मोर वाला ब्रशलेट- 01(कीमत करीब 05 लाख)



चाॅदी के आभूषण-
1. पाजेब- 03 जोडी
2. गले के सैट- 04
3. हाथ सैट- 01 जोडा
4. चाॅदी की मूर्ति- 03
5. बिच्छुवा- 102
6. गुडिया माला- 10
 सोने-चाॅदी के बरामद उपरोक्त माल की कीमत लगभग 01 करोड आंकी जा रही है।

नकद धनराशि-
          01 लाख 58 हजार 
असलहें-
1.  03 पिस्टल 32 बोर मय 09 कारतूस, 
2.  01 तमंचा देशी 315 बोर मय 02 कारतूस

गिरफ्तारशुदा अभियुक्तों सेे पूछताछ पर इस सनसनीखेज घटना की योजना एवं उसको कारित करने के संबंध में निम्नलिखित जानकारी प्रकाश में आयी-

इस घटना का मास्टर माइण्ड हल्द्वानी जेल मे निरूद्ध सतीश उर्फ अनिल एवं इन्द्रपाल उर्फ ताऊ है। इन्होने ही करीब 15 दिन पहले इस घटना की योजना बनायी थी और इस संबंध मे दिनांक 11.09.2014 की तारीख निश्चित की गयी थी। क्योंकि सतीश को उस दिन पेशी पर अलीगढ में रहना था। उक्त इन्द्रपाल उर्फ ताऊ ने पूर्व से ही कई बार शोरूम की रैकी कर ली थी और घटना करने वाले अन्य साथी अभियुक्तगण को उनकी भूमिका के संबंध में अवगत करा दिया था। उक्त ताऊ ने ही योजना के अनुरूप घटना में सम्मिलित 03 बदमाशों को वर्दी सिलवा दी थी और असलाह एंव एक गाडी की व्यवस्था की। अभियुक्त रवि उक्त सारी व्यवस्था करने में ताऊ के साथ शामिल रहा। योजना में रवि का पिता महेन्द्र, ताऊ का सगे भाई चन्द्रपाल व मनवीर, ताऊ का बहनोई राजेन्द्र निवासी साहिबाबाद जनपद गाजियाबाद व ताऊ का मित्र शौकेन्द्र उर्फ शौकी पुत्र पे्रमवीर निवासी बसौटी थाना शिकारपुर जनपद बुलन्दशहर, जीतू निवासी एटा सक्रिय रूप से सम्मिलित रहे। योजना के मुताबिक सभी अलीगढ मे इकठ्ठा हुए ओर 08 बदमाश सफारी में बैठकर एक सफारी गाडी से बुलन्दशहर पहुॅचें। बदमाश जीतू व शौकी को थाने के आसपास और शोरूम के बाहर निगरानी रखने व पुलिस की हलचल देखने के लिए लगाया गया। अभियुक्त रवि को अलीगढ छोड दिया गया ताकि वह जिला कारागार हल्द्वानी से पेशी मे लाये हुए उक्त पुलिसकर्मियों दीपक व पंकज को घुमाता फिराते रहे। शेष 06 बदमाश सफारी से शोरूम के सामने आये और शोरूम मे घुस गये। बदमाशो ने शोरूम मे ंमौजूद सभी आदमियों को असलहों के बल पर दूसरी मंजिल पर डरा धमकाकर इकट्ठा कर दिया एंव शोरूम में मौजूद करोडो का सोने-चाॅदी के जेवर एंव नकद धनराशि 15 मिनट के अन्दर लूटकर भागने मे सफल रहे।
इस घटना के षडयन्त्र मे पेशी पर लाने वाले उक्त पुलिसकर्मियों की भूमिका स्पष्ट रूप से बतायी गयी है क्योकि उन्हे बताया गया था कि उनको भी लूट की घटना के बाद पैसा दिया जायेगा। इसलिए दोनो पुलिसकर्मियों द्वारा अपनी अभिरक्षा से सतीश को जाने दिया। अतः उक्त पुलिसकर्मियों को भी घटना मे 120बी भादवि का अभियुक्त बनाया गया है। 
ज्ञात हो कि अभियुक्त रवि द्वारा घटना मे मिले लूट के हिस्से का कुछ माल दीपांक उर्फ दीपक उर्फ हनी निवासी कुचापाडा थाना कोतवाली नगर जनपद बदायूॅ नाम के ज्वैलर को बेचने की बात बतायी गयी है। जिसकी गिरफ्तारी एंव माल बरामदगी के प्रयास तेजी से किये जा रहे है।
गिरफ्तारशुदा अभियुक्तो द्वारा यह भी बताया गया कि उक्त लूट का कुछ माल सतीश की बीबी अंजलि, रवि की पत्नी वरनमाला, ताऊ की पत्नी सावित्रि व ताऊ की माॅ सुखबीरी देवी के पास है।
घटना मे लूटे गये माल का एक हिस्सा ताऊ के पास अभी है। उक्त अभियोग में अभी इन्द्रपाल उर्फ ताऊ, जीतू, शौकी उर्फ शौकिन्द्र, अंजलि, वरनमाला, सावित्रि, चन्द्रपाल, मनवीर व राजेन्द्र व आरक्षीगण पंकज व दीपक जनपद ऊधम सिंह नगर की गिरफ्तारी शेष है। जिनकी गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीमों द्वारा लगातार दबिशे दी जा रही है। इनकी गिरफ्तारी के बाद लूट के शेष माल की मिलने की उम्मीद है।
अभियुक्त वीरेन्द्र उर्फ ठाकुर ने पूछताछ पर बताया कि वह खटीमा का रहने वाला है और उसके पिता आर्मी में सूबेदार है जो वर्तमान मे जम्मू-कश्मीर मे तैनात है। उसने इण्टर पास करके होटल मैनेजमेन्ट का कोर्स लंदन से किया है। लंदन से आने के बाद उसके ऊपर हत्या, वाहन चोरी व पुलिस मुठभेड के मुकदमे दर्ज है। इन्ही अभियोगो मे हल्द्वानी जेल मे बंद होने पर जेल के अन्दर ताऊ व सतीश के साथ उसकी मुलाकात हुई थी। ताऊ ने छूटने के बाद मुझे उससे मिलने के लिए कहा था। मैं अप्रेैल मे जेल से बाहर आने के बाद लगातार ताऊ के सम्पर्क मे रहा और योजना के तहत इस डकैती की घटना को अंजाम दिया।
अभियुक्त प्रमोद ने बताया कि वह उत्तराखण्ड मे ंथाना रूद्रपुर कोतवाली में आरक्षी है। ताऊ से उसकी मुलाकात हल्द्वानी जेल से अलीगढ, मथुरा आदि जगहो पर पेशी कराने हेतु ले जाने के दौरान हुई थी। इधर उसकी दारू व जुआ खेलने की लत लग जाने के कारण वह जुए मे 01 लाख 72 हजार रूपये हार गया था। जिसे उसने जी0पी0एफ0 से उधार लेकर चुकता किया है। ताऊ के कहने पर कि एक डकैती डालनी है । जिसमे ंतुम्हे अच्छा खासा पैसा मिल जायेगा मैं भी डकैती मे लालचवश शामिल हो गया। 
अभियुक्त विनोद, सुनील, शौकी, जीतू की मुलाकात भी ताऊ,सतीश व रवि से पूर्व से थी। और वे भी इनके कहने से मोटा माल मिलने के लालच मे घटना मे शामिल हो गये।
ज्ञात हो कि घटना मे सम्मिलित सभी अपराधीगण शातिर किस्म के है। और इन सभी का आपराधिक इतिहास है। अभियुक्त ताऊ व सतीश द्वारा पूर्व में बुलन्दशहर, काशीपुर व अलीगढ व अन्य जगहो में अपने अन्य साथियों के साथ ज्वैलर्स के यहाॅ इसी प्रकार की डकैती की घटनाएॅ की गयी है। 
पुलिस टीमों द्वारा रात-दिन एक कर कडी मेहनत व अथक परिश्रम के फलस्वरूप ही घटना के एक सप्ताह के अन्दर ही घटना में सम्मिलित अभियुक्तो को गिरफ्तार करने एवं लूटे गये माल के बडे हिस्से की बरामदगी करने मे उल्लेखनीय सफलता हासिल हुई है। पुलिस की तत्परता, कडी मेहनत एंव इस सराहनीय कार्य के लिए श्री आलोक कुमार शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक मेरठ जोन, मेरठ द्वारा पूरी टीम को एंव टीम मे लगे अधिकारियों को तथा पूरी जनपदीय पुलिस को, जिन्होने कही न कही इस घटना के खुलासे, अभियुक्तो की गिरफ्तारी तथा बरामदगी मे अपरा सक्रिय योगदान दिया है, भूरी-भूरी प्रशंसा की गयी ।
पुलिस महानिदेशक उ0प्र0 द्वारा इस सनसनीखेज घटना के अनावरण, अभियुक्तो की गिरफ्तारी एवं उल्लेखनीय बरामदगी के लिए उत्साह वर्धन हेतु पूरी टीम को 50 हजार रूपये का नकद पुरूस्कार, पुलिस महानिरीक्षक मेरठ जोन द्वारा 15 हजार रूपये का नकद पुरूस्कार से पुरूस्कृत किया गया।

इस घटना में कुल 20 अभियुक्त प्रकाश मे आयें है। जिनमें कुछ अभियुक्त डकैती करने, कुछ अभियुक्त योजना बनाने, कुछ अभियुक्त षडयन्त्र में, कुछ अभियुक्त लूट का माल रखने एवं कुछ अभियुक्त लूट के माल की खरीददारी करने से सम्बन्धित है, जिनका विवरण निम्न प्रकार है।

1. इन्द्रपाल उर्फ गुड्डू उर्फ ताऊ निवासी मीरपुर थाना पिसावां अलीगढ 
2. सतीश उर्फ अनिल नि0 सदरपुर थाना सलेमपुर बुलन्दशहरं
3. वीरेन्द्र सिंह उर्फ ठाकुर उर्फ बब्लू नि0 खेतलसण्डा थाना खटीमा ऊधमसिंह नगर उत्तराखण्ड
4. सुनील गिरि पुत्र वीरेन्द्र गिरि नि0 बीछट सुजानपुर थाना को0देहात बुलन्दशहर
5. प्रमोद कुमार पुत्र रामफूल नि0 दादूपुर थाना जवां अलीगढ
6. विनोद पुत्र मोतीलाल नि0 रामपुर सोहरोना थाना भोतकला हाटा जनपद कुशीनगर
7. रवि पुत्र महेन्द्र नि0 सदरपुर थाना सलेमपुर (भाई सतीश)
8. महेन्द्र ंिसंह पुत्र हुकूम ंिसंह नि0 सदरपुर थाना सलेमपुर (पिता सतीश)
9. चन्द्रपाल (ताऊ का भाई) नि0 मीरपुर थाना पिसावां अलीगढ  
10.  मनवीर सिंह (ताऊ का भाई) नि0 मीरपुर थाना पिसावां अलीगढ  
11. राजेन्द्र (ताऊ का बहनोई) नि0 साहिबाबाद जनपद गाजियाबाद
12.  शौकेन्द्र उर्फ शौकी पुत्र प्रेमवीर (ताऊ का मित्र) नि0 बसौटी थाना शिकारपुर बुलन्दशहर।
13. जीतू निवासी एटा।
14. दीपांक उर्फ दीपक उर्फ हनी नि0 कूचापाडा बदायूॅ (खरीददार)
15. अजंलि पत्नी सतीश
16. वरनमाला पत्नी रवि
17. सावित्रि पत्नी इन्द्रपाल उर्फ ताऊ
18. सुखबीरी (ताऊ की माॅ)
19. कां0 दीपक (उत्तराखण्ड पुलिस)
20. कां0 पंकज  (उत्तराखण्ड पुलिस)
अनिल कुमार सिंह 
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