राष्ट्रीय (18/09/2014) 
दूसरी सूची को लेकर भाजपा सकते में
 कैथल 18  सितंबर  (राजकुमार अग्रवाल )भाजपा की पहली प्रत्याशी सूची के बाद मचे बवाल के चलते भाजपा ने दूसरे प्रत्याशी सूची को कुछ समय के लिए रोक दिया है, क्योंकि टिकट वितरण को लेकर भाजपा में बगावत तेजी पकड़ चुकी है। प्रैसवार्ता को मिली जानकारी के अनुसार भाजपाई दिग्गज पी के चौधरी की भाजपा प्रत्याशियों को लेकर की गई टिप्पणी से भाजपा सकते में आ गई है। इससे पूर्व कुरूक्षेत्र, कोसली, रेवाड़ी, अंबाला शहर, जींद, कैथल, गन्नौर, रोहतक, झज्जर, फतेहाबाद, रतिया, डबवाली, ऐलनाबाद, पानीपत, बेरी, यमुनानगर, बरौदा, नीलाखेडी, होडल, तिगांव, सफीदों, सोहना, एनआईटी फरीदाबाद, इंद्री, धरौण्डा इत्यादि विधानसभा क्षेत्रों में टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है। कुरूक्षेत्र से जयभगवान, सुभाष सुधा, घुम्मन सिंह, किरमिच व कृष्ण बजाज, कोसली से भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता वीर कुमार यादव, रेवाड़ी से डॉ. सुधा यादव, आरती राव पुत्री राव इंद्रजीत केंद्रीय मंत्री, अंबाला शहर से पूर्व विधायिका वीना छिब्बर, जसबीर मलौर, जींद से बृज मोहन सिंगला, पूर्व सांसद सुरेंद्र बरवाला, कैथल से लीलाराम गुर्जर, वीरेंद्र डूमरखां, गन्नौर से पूर्व सांसद जितेंद्र मलिक, दवेंद्र कौशिक, रोहतक से मनीष ग्रोवर, कांग्रेस के पूर्व सांसद नवीन जिंदल के बहनोई मनमोहन गोयल, दीपक मनचंदा एडवोकेट, झज्जर से पूर्व मंत्री कांता देवी व पूर्व विधायक दरियाव सिंह, फतेहाबाद से पूर्व विधायिका स्वतंत्र बाला चौधरी, डॉ.वीरेंद्र सिवाच, सोनाली फोगाट, कृष्ण तनेजा, सुधीर गोदारा, रतिया से बलदेव गिरोहा, महावीर प्रसाद, जग्गू मिस्त्री, अंग्रेज लाली, डबवाली से देव कुमार शर्मा, बलदेव मांगेआना, ऐलनाबाद से अमीर चंद मेहता, अनिल खोड़, अरूण बैनीवाल, पवन बैनीवाल, पानीपत से पूर्व विधायक नीतिसेन भाटिया के बेटे संजय भाटिया, बेरी से ओपी कौशिक, यमुनानगर से रोजी मलिक, बरौदा से जयपाल सांगवान, नीलाखेड़ी से राजकुमार, बाल्मीकि होडल से करण डागर, तिगांव से केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के बेटे दवेंद्र सिंह, सफीदों से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बहिन वंदना शर्मा, सोहना से राजस्थान से भाजपा सांसद सुखबीर जौनपुरिया के बेटे अशोक जौनपुरिया, एनआईटी फरीदाबाद से नीरा तोमर, ओल्ड फरीदाबाद से विपुल गोयल, इंद्री से पूर्व केंद्रीय मंत्री आई डी स्वामी के बेटे राजेंद्र स्वामी के अतिरिक्त घरौंडा से पूर्व विधायिका रेखा राणा, रमेश कश्यप सहित कई दावेदार टिकट प्राप्ति के लिए प्रयासरत् है। प्रबल दावेदारों के बढ़ते आंकड़े से भाजपा नेतृत्व को टिकट वितरण के लिए कड़ी अग्रिपरीक्षा से गुजरना पड़ रहा है। भाजपा टिकट वितरण को लेकर कई आक्रोश या बगावत न हो, फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। प्रबल दावेदारों से गहरी मंत्रणा करके उन्हें सरकार बनने पर एडजस्ट करने का मशविरा दिया जा रहा है। भाजपाई शीर्ष नेतृत्व हरियाणा की पार्टी की गतिविधियों तथा टिकटार्थियों पर बराबर नजर रखे हुए है। फिलहाल भाजपा की दूसरी सूची को रोक लिया है।
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