राष्ट्रीय (18/09/2014) 
प्रचार करने से पहले हरियाणा का पानी दें बादल : तंवर
नई दिल्ली, 18सितंबर।            हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद डा. अशोक तंवर ने एनडीए संयोजक एवं पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से इनेलो उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करने के फैसले से पहले हरियाणा के हिस्से का पानी मांगा है। साथ ही हरियाणा के हितों  का विरोध करने वाले दल से हाथ मिलाने पर इनेलो की भी कड़ी निंदा की है। उन्होंने यह बात प्रकाश सिंह बादल के इनेलो के समर्थन में प्रचार करने के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया में कही।
    डा. अशोक तंवर ने कहा कि जब भी हरियाणा के हित की बात आती है तो पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल उसका विरोध करते है। एसवाईएल का पानी ही नहीं बल्कि हरियाणा के लिए अलग गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी की बात हो या फिर राजधानी का मसला, शिरोमणि अकाली दल ने हमेशा हरियाणा का विरोध किया है। इस विरोध में इंडियन नेशनल लोकदल के नेताओं ने भी हमेशा अकाली दल का साथ दिया है। हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने हैरानी जाहिर करते हुए कहा कि इनेलो को वोट तो हरियाणा से चाहिए लेकिन हक की बात हमेशा पंजाब के लिए की। उन्होंने हरियाणावासियों से अपील करते हुए कहा कि जब दक्षिण हरियाणा के सूखे खेत अपने हिस्से के पानी और किसान अपने अरमानों के पूरा होने का इंतजार करते है, तब ऐसे नेताओं की कथनी और करनी साफ जाहिर हो जाती है।
    हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा की भावनाओं से खिलवाड़ करने में भाजपा ही उतनी हो दोषी है। भाजपा नेता पंजाब के मुख्यमंत्री से हरियाणा में इनेलो के पक्ष में प्रचार न करने की अपील केवल दिखावे के लिए करते हैं क्योंकि बीते लोकसभा चुनावों में भी अकाली नेताओं ने हरियाणा में इनेलो का प्रचार किया था। अगर बीजेपी नेताओं को हरियाणा के हितों की उतनी ही परवाह है जितनी पंजाब के तो सबसे पहले अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल को केंद्रीय मंत्रीमंडल से बाहर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब हरियाणा के सिख भाईयों को गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी मिली तो पंजाब की सरकार और हरियाणा में उनकी सहयोगी इनेलो ने रोड़े अटकाने का काम किया। हरियाणा में कांग्रेस की सरकार होने के कारण आपसी सद्भाव को कम नहीं होने दिया गया। 
    डा. अशोक तंवर ने हरियाणावासियों से अपील करते हुए कहा कि अकाली दल, इनेलो और बीजेपी के इस नापाक गठजोड़ को पहचानना होगा। धर्म, जाति व क्षेत्रवाद की संकीर्ण विचारधारा वाले ऐसे दलों की जब भी सरकार बनी है तो हरियाणा विकास के मामले में पीछे गया है। उन्होंने 1999-2004 तक एनडीए और उसकी सहयोगी दलों के शासन काल का उदाहरण देते हुए कहा कि तब देश में हरियाणा की जनता भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी के लिए होती थी और आज विकास के मामले में हरियाणा देश में सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार के पहले तीन महीने ही देश के लिए भारी साबित हुए है। जिसका जवाब लगातार होने वाले उपचुनावों में मिल रहा है। उन्होंने हरियाणा की जनता को आगाह करते हुए कहा कि अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के पक्ष में एक ही बटन  दबाने से इन तीनों का इलाज हो जाएगा।
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