राष्ट्रीय (10/07/2014)
सà¥â€à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿ शहरों के लिठ70 अरब 60 करोड़ रूपठका पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨

वितà¥â€à¤¤à¥â€à¤¾
मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ अरà¥à¤£ जेटली ने आज संसद में 2014-15 का आम बजट पेश करते हà¥à¤
सà¥â€à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿ शहरों के विकास के लिठवरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ वितà¥â€à¤¤ वरà¥à¤· में 70 अरब 60 करोड़
रà¥à¤ªà¤ का पà¥à¤°à¤¾à¤µà¤§à¤¾à¤¨ करने की घोषणा की। उनà¥â€à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि विकास का लाठदेश की
बढ़ती आबादी तक पहà¥à¤‚च रहा है। इसलिठगà¥à¤°à¤¾à¤®à¥€à¤£ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ से अधिक संखà¥â€à¤¯à¤¾ में
लोग शहरों में आ रहे हैं। शà¥à¤°à¥€ जेटली ने कहा कि देश में नया मधà¥â€à¤¯à¤® वरà¥à¤—
उà¤à¤° रहा है जो बेहतर जीवनसà¥â€à¤¤à¤° की आकांकà¥à¤·à¤¾ रखता है। यदि इस बढ़ती आबादी को
समायोजित करने के लिठनठशहर विकसित नहीं किठगठतो मौजूदा शहर शीघà¥à¤° ही
रहने योगà¥â€à¤¯ नहीं रहेंगे। पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ ने बड़े शहरों के सैटेलाइट टाउनà¥â€à¤¸
के रूप में और मौजूदा मधà¥â€à¤¯à¤® दरà¥à¤œà¥‡ के शहरों के आधà¥à¤¨à¤¿à¤•ीकरण के जरिठ100
सà¥â€à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿ शहर विकसित करने का दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•ोण रखा है। इसलिठइस महतà¥â€à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£
गतिविधि पर आवशà¥â€à¤¯à¤• धà¥â€à¤¯à¤¾à¤¨ देने के लिठà¤à¤¾à¤°à¥€ राशि उपलबà¥â€à¤§ कराई जा रही है। |
Copyright @ 2019.