राष्ट्रीय (28/06/2014) 
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (बुलंदशहर) को प्रार्थना पत्र|

श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय, अं

जनपद- बुलन्दशहर |

महोदय,

प्रार्थी एक अनुशासित य शान्ति प्रिय नागरिक है जो न्यायिक विभाग में

एक लिपिक कं रूप में बुलन्दशहर जिला न्यायालय में कार्यरत है । तथा न्यायालय

परिसर में कूछ भ्रष्ट ब रसूखदार कर्मयारियों की राह से व्याप्त भ्रष्टत्वार से त्रस्त है

तथा इस विषय में गत वर्षा में समय समय पर अधिकारीगण को प्रऱथीं ट्ठारा सूचित

किया जाता रहा है किन्तु हुँभाग्यवश आज तक हन भ्रष्ट कर्मचारियों कं माफियों कं

विरूद्ध कोई प्रभावी कार्यवाही अमल में नहीं लायी गयी है । और अंत्ततं: साहस जुटा

कर प्रार्थी इस प्रार्थनादृपत्रंकं माध्यम से महोदय कं समक्ष अपनी व्यथा प्रस्तुत करने

को विवश है ! क

न्यायालय परिसर में वर्तमान में तैनात वरिष्ठ प्रशत्सनिक अधिकारी श्री

जयप्रकाश शर्मा तथा लिपिक नरेश गंगल एक लम्बे समय से न्यत्यालय परिसर में ही

तैनात है । और न्यायालय परिसर में स्थित कार्यालयो में रूप से बाहरी सहायक

लिपिंको से विभागिय एवं लिपिकिय कार्य कराकर लम्बे अरसे से मोटी धनराशि वसूल

करले आ रहै है । जिसका भार पत्यक्ष अथवा अपत्यक्ष रूप से न्यायालय में आ रहे याद

कारियों पर ही पड़ता आ रहा है । उक्त नामित कर्मयारीनंक्चपक्व क अतिरिक्त अन्य

कर्मचारी भी न्यप्यालय परिसर में अवेध रूप से की जा रही यादकारियोंसे उगाही में

सलिप्त है । जिन सबको' कूछ उच्चऱधिकारीगपक्च का सरक्षमृग भी प्राप्त है और इसी

कऱरण प्रार्थी ट्ठारा गत वर्षो में की जा रही विहसल ब्लोअर की भूमिका में कोई

सफलता अर्जीत नहीं हो पायी है । प्रार्थी ट्टास न्यायालय परिसर में व्याप्त भ्रष्टाचार कं

विरूद्ध चलायी जा रही मुहिम में कूछ अन्य सहकर्मीयों का भी प्रार्थी को सहयोग प्राप्त

है । जिनमें श्री बिक्रम शर्मा, श्रीमती रेखा सिंह, श्रीमती पुष्पा देवी गौतम, श्री हर्षवर्धन

आदि अनेको सहकर्मी शामिल है । जिसका खामियाजा उक्त सहयोगियों को किसी ना

किसी रूप में भुगतनारीपड़ रहा है और प्रार्थी कं सहयोगियों कं विरूद्ध मिन्न…2 प्रकार

से भी जा रही विभम्मीय कार्यवाहीयॉ एवं उल्पीड़न उक्त नामित श्री जयप्रकाश शर्मा,

श्री नरेश गंगल, य उनकं भ्रष्ट सुंहयोगीयो कं सोचे समझे षडयन्त्र का ही परिणाम है

इसकं अतिरिक्त जयप्रकाश शर्मा य श्री नरेश गंगल तथा इनकं कुछ

भ्रष्ट सहयोगीयों ट्ठारा परिसर में कार्यरत सीधे साधे कर्मचारियों को गाढी कमाई की

रकम लगभग 25 लारव्र रूपये को दिं सिविल कोर्ट एम्पलोईज क्रंडिट एण्ड थ्रिष्ट कॉट्वें

आपरेटिव सीसायटीस कं माध्यम से हजम किया जा चुका है । उक्त दोनों व्यक्ति

पिछले लम्बे अरसे से उक्त सोसायटी में क्रमश: अध्यक्ष य सचिव कं पद पर कार्यरत

 है, तथा श्री नरेश गंगल वर्तमान ने न्यायालय कर्मीयो की यूनियन कं अध्यक्ष है

ग्रे गहन विचारण वं जॉच का विषय है तथा साथ ही श्री जयप्रकाश रार्माकं प्रभावी

य उद्धत व्यक्तित्व का परिचायक है कि श्री जयप्रकाश शर्मा की न्याय विभाग मेँ

नियुक्ति कं परचात् श्री शर्मा ने अपने परिजनो रिश्तेदासे एवं मित्रो की न्याय विभाग

में अपने प्रभाव वं रसूखो कं चलते सभी नियम य प्रावंधानो को ताक पर रखकर

नियुक्तियों कराई जिनकी एक झेलम्बी र्फहरिस्त है । जिनमें कुछ अति सन्देहास्पद

परिस्थितियों में की गई नियुक्तयॉ श्री जयप्रकाश रार्मा कं सगे सम्बन्धियों वं मित्रो क्री

सूची मय रिश्लो कं सलग्लि है (संलग्नक-क्यूँ जिस कारण अनेको योग्य उम्मीदवार

अपने नियुक्तियों से वंचित रह गये । उल्लेखनीय है कि श्री जयप्रकाश शमां कं

परिमित्रो वं अजीजो को उनकं कार्यकाल में अक्रमबध रूप से प्रोनन्तियॉ भी मिलती अश्वा

रही है 1 है

है उक्त समस्त तथ्यों कं अनेको न्यायालय कर्मी मूक साक्षी है जो श्री

जयप्रकाश शर्मा कं खौफ कं कारण अपना मुँह खोलने को तैयार नहीं है । वं इम लोगी

कं विरूद्ध मुँह खोलने का परिणाम दिनांक 30-04-2014 को उस समय देख चुकं है

जब प्रार्थी कं सहयोगी श्री विक्रम शर्मा को जिला न्यायाधीश कक्ष कं सामने अनेको

सुरक्षऱ कर्मीयो कं समक्ष उक्त नामित व्यक्तियों द्वारा कुछ बाहरी व्यक्तियों य सह

कर्मीयो को साथ लेकर बुरी तरह मार पीटाहँ की गई थो । जिसमेँ श्री विक्रम शर्मा

को गम्मीर चोटे भी आयी थी । जो मामला आरोपी नामजद न्यायालय कर्मीयो कं

रसूखो कं कारण मन्त्र असंज्ञेय अपराध में दर्ज होकर रह गया यहॉ तक की गम्मीर

रूप रने यायल पीडित का चिकित्सीय परीक्षदृम भी इन लोगो कं प्रभाव में सही रूप से

नहीं हौ पाया व रनम्बन्धित चिकित्सक ट्टारा चुदैल को आयी चोटो का अल्पीकरण कर

दिया गया । सर्वविदित है कि पीडित श्री विक्रम रार्मा ट्ठारा उमकं साथ हुये र्चुटययहार

य मार पिटाई की आंराका, घटना से लगभग 5 माह पूर्व उच्च न्यायिक य प्रशासनिक

अधिकारीगण को प्रार्थमादृपत्र दिनांकित 05-12-2013 कं माध्यम से व्यक्त की जा

चुकी थी । जिस मामले की इसे समय भी जॉच लम्बित हैँ । यदि समय रहते अधि

झ्वकारीगरग द्वारा प्रार्थी एवं उरनंकं सहयोगी द्वारा प्रस्तुत प्रार्थमादृपत्र में अन्तंनिहित

तथ्यों को रूचिपूर्ण तरीकं से लिया जाता तो सम्भवंत्त: आज प्रार्थी कं सहयोगी कॉ इन

परिस्थितियों का सामना ना करना पड़ता वं भयभीत प्रार्थी आज अवंकत्सा लेकर अपने

घर की चारदीवारी में रहने को विवश नहीं होता और ना ही प्रार्थी की सहयोगी श्रीमती

रखद्दे सिंह को अपने पद से त्याग-पत्र देने की ही नौबत आती । उक्त तथ्यों कं

समर्थन में प्रार्थी कं पास अनेको दस्तऱवेजी वं इलेवंट्रोनिक उपकरणों में संग्रहित साक्ष्य

भी मौजूद है, जो उयत्त आसेपों की सत्यता को प्रमाणित करने हैलु अन्वेषण अथवा

जॉच में शामिल किये जा सकत है ९ ३

 प्रार्थी अपने प्रार्थनाडपत्र में कुछ बाहरी व्यक्तियों की सूची भी प्रस्तुत कर रहा है

(रनंलग्नक८2) जो न्यायालय कं दफ्तसे में पिछले काफी लम्बे अरसे से सहायक

लिपिको को तरह कार्यरत है और वाद कारियों से की जा रही अवेध उगाही से

जिनको अवेध रूप से वेतन अदायगी की जाती आ रही हैं । दपतसे में उपलब्ध

अमिलेखनै में सूचीबद्ध व्यक्तियों का हस्तलेख प्रथम दृष्टतया प्रार्थी कं आरोपो को

बखूबी साबित भी करता है

अत: उक्त प्रस्तुत विवरण, वर्णित तथ्यों और प्रार्थनश्न-पत्र में अर्न्सनिहित

मामले की गम्मीरता कं दृष्टिगत समस्त प्रकरण की यथा सेम्भव शीघ्र यथोचित जॉच

एवं अन्वेषण किया जाकर दोषियों कं विरूद्ध कडी विभागीय एवं कानूनी कऱर्यंवऱहीँ

तथा प्रार्थी व उसकं सेहयोगींयो एवं उनकं परिजनो की सुरक्षा सुनिंरचित किये जाने

कं आशय कं निर्देशो व आदेशो से सम्बन्धित अधिकारीगण को निर्देशित व आदेशित

किया जाना प्रार्थनीय हैं 1

दिनांक -10 जून 201-4 . प्रार्थी/विहसल ब्लोअर कर्मचारी

या संलनंकज्ज- (1) व (2) उक्त यर्णित

नोट:- प्रार्थी द्वारा प्रस्तुत उक्त प्रा0पत्र प्रागव किशोर शर्मा

जनहित में प्रस्तुत किया जा रहा है । पुत्र क्या) श्री रामस्वरूप शर्मा,

नामजद आसेपियो से प्रार्थी की किसी निवासी८284 , चाँदपुर सेड,

भी प्रकार की कोई रजिंश नहीँ है । बुलन्दशहर

जनपददृ- बुलन्दशहर । (उस्तर प्रदेरा)

पिन कोड- 203001 ३

भो0 नं0… 9368342268

प्रेषित प्रतिलिपि८… ड्डानार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही स्तु-

1. मा0 मुख्य न्यायमूर्ति महोदय, मा0 उच्चतम न्यम्पालय नईं दिल्ली

2. मा0 मुख्य न्यायमूर्ति महोदय मारु) उच्च न्यायालय इलाहाबाद

3. मार) राष्ट्रपति महोदय, मारत सरकार नई दिल्ली 1

4. मार) प्रधानमंत्री महोदय भारत सरकार नई दिल्ली

5. श्रीमान् डी0जी0पी0 महोदय लखनऊ

से 6. या श्रीमान् डी0आई0जी0 महोदय मेरठ मण्डल मेरठ 1

7. मा0 मुययमंत्री महोदय, उत्त्वर प्रदेश सरकार लखनऊ । बु

8. मा0 जिला एवं सत्र न्यायाधीश महोदय बुलन्दशहर(उ0प्र0)

9. श्रीमान् क्षेत्राधिकारी कोतवाली नगर, बुलन्दशहर 1

 संलग्नकच्चा न

1. श्री दिनेशग्रकाश शर्मा ( सगा भाई ) ई

2 श्री धीरेन्द्र खुमार शर्मा ( सगा रग़ला

3भा श्री जयदेव शर्मा ( मामा जात भाई

4. श्री जयप्रकाश शर्मा ( त्तहेरा अथवा चचेरा साला

मुह श्री रजनीश शर्मा (सगक्व भान्जऱ

6. ३ श्री सुभाष शर्मा ( रनगा भान्जऱ ) ई

7. श्री रमेश शर्मा ( सगा 'भान्जऱ

8. श्री मूलचन्द शर्मा ( रिश्तेदार एवं मित्र

9. श्री सुरेश शर्मा ( रिश्तेदार एवं मित्र ) (रामादि । व अन्य लगभग 20 कर्मचारी

जिनकी नियुक्ति में श्री जयप्रकाश शर्मा मध्यस्थ के रूप में सक्रिय रहे है

साथ ही श्री जयप्रकाश शर्मा ने अपने पुत्र श्री शिवम शर्मा की नियुक्ति भी

उत्तर प्रदेश न्याय विभाग में कराई हुई है जो इस समय जनपद न्यायालय बागपत

में तैनात है

सलग्नक…2 1

1. श्री अजय कुमार गुप्ता उर्फ गनी बाबू ( सीं0 जे0 एम० कर्यालय

2 श्री दिनेश कुमार ( सी0 जी) एम० कार्यालय ) ती

लि, श्री योगेश दृ८त्ना२ ( सी0, जो) एम० कार्यालय

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