राष्ट्रीय (19/06/2014)
छत्तीसगढ़ में बीज संकट की स्थिति भयावह: कांग्रेस
रायपुर/19 जून 2014।
पूरे प्रदेश में बीज और खाद की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुये
प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और कांग्रेस विधायक दल के नेता टी.एस.
सिंहदेव ने एक संयुक्त बयान में कहा है कि बीज संकट एक भयावह रूप ले चुका
है। मानसून की बारिश पूरे प्रदेश में शुरू हो गयी है, और जब किसानों को
बुआई के लिये बीज की आवष्यकता है तो ऐसे समय में सोसायिटियों तक पर्याप्त
मात्रा में बीज का भंडारण नहीं हो पाया है। डबल लाक केन्द्र भी खाली पड़े
हैं, बीज नहीं हैं और बीज के लिये किसान दर-दर भटकने को मजबूर हो गये है।
राषन कार्ड और बिजली के मामले में आंदोलन के लिये बस्तर दौरे पर प्रदेश
कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल को जानकारी मिली है कि बस्तर में तो स्थिति और
ज्यादा चिंताजनक है। बस्तर मे बीज की भारी कमी है। बस्तर के किसान शेष
छत्तीसगढ़ से पहले धान की बोनी करते हैं। बस्तर में मानसून का आगमन भी शेष
छत्तीसगढ़ से पहले हो जाता है। बस्तर में बोनी का समय आ चुका हैं और बस्तर
के किसानों के पास बीज है ही नहीं। अब आखिर किसान जायें तो जायें कहां?
भाजपा सरकार की गलत नीतियों के परिणाम स्वरूप पूरे छत्तीसगढ़ और खासकर
बस्तर के किसान परेषान और विवष हैं। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार और सरकार का
बीज-निगम किसानों को बीज उपलब्ध कराने में विफल हो गया है। धान और सोयाबीन
की बीज की खासतौर पर भारी किल्लत है। बाहर से मंगाई गई सोयाबीन के बीज
अंकुरण के टेस्ट में फेल हो गये। अब आखिर छत्तीसगढ़ के किसान कहां जाये?
किसानों को समुचित मात्रा में बीज और खाद उपलब्ध कराने राज्य की भाजपा
सरकार की जिम्मेदारी है। भद्दर खेती-किसानी के समय में बाऊक-बतर के समय में
छत्तिसगढ़ के किसान खाद बीज की समस्याओं से जूझ रहे है। जिसके लिये
मुख्यमंत्री रमन सिंह जिम्मेदार है। किसानों को रियायती दर पर खाद, बीज,
कीटनाषक सहकारी समितियों के माध्यम से उपलब्ध करवाना राज्य सरकार की
जिम्मेदारी है। यदि छत्तीसगढ़ के किसानों को बीज खाद ब्लेक मार्केटिंग में
महंगे दर पर खरीदनी पड़ रहा है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी राज्य की भाजपा
सरकार की है। प्री मानसून बरसात शुरू हो चुकी है और डबल लाक केन्द्रो में
खाद बीज का भंडारण न होने के कारण किसान दर-दर भटक रहे हैं। किसान को बुआई
जुताई के लिये पैसो की जरूरत के समय बोनस के पूरे पैसे न देकर भाजपा सरकार
किसानो के हितो के साथ क्रूर खिलवाड़ कर रही है। |
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