राष्ट्रीय (08/01/2014) 
सैफई बना छोटा बॉलीवुड
उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार के आधे मंत्री पढो-पढाई की टूर करने विदेश निकले हैं और जिनकी विदेश जाने का मौका नहीं मिला---वो सभी मंतरी से लेकर संतरी तक सैफई में मौज मस्ती कर रहे हैं---दरअसल समाजवादी पार्टी किसी को मौका नहीं देना चाहती कि कोई मौज मस्ती से चूक जाए---मौज का समाजवाद---ठीक है---लेकिन ये समाजवाद सूबे की जनता के लिए नहीं है---वो ठंड में किकुरने के लिए मजबूर है---और न जाने ऐसे कौन सी मजबूरी है कि वो हर बार हर साल किकुरती रहती है---कहने का मतलब ये---कि सरकार तो कई बार बदल जाती है---नेताओं की किस्मत भी चमक जाती है---और उत्तर प्रदेश के लोग तमाशा देखते रहते हैं---कहते बहुत कुछ हैं, करते कुछ भी नहीं---उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार किसनी संवेदनशील है---जहा अंदाजा लगाइए---एक तरफ ठंड से लोगों की जान जा रही है---दंगा पीड़ित अपने घर लौटने की आस लगाए बैठे हैं---लेकिन सरकार के मंत्री और विधायकों को विदेश के सैर-सपाटे की सूझी है---वो 20 दिन तक विदेश में स्टडी करेंगे---थोड़ा ब्रिटेन में तो थोड़ा नीदरलैंड तुर्की ग्रीस में---ये उसी सरकार के मंत्री है जो कर्ज में आकंठ डूबी है---और शायद कर्ज से उबरने के लिए सैफई में बॉलीवुड के सितारों के साथ मौज मस्ती कर रही है-मुजफ्फरनगर दंगों के दंश और राहत शिविरों में बच्चों की मौत की पुष्टि के बावजूद मंत्रियों विधायकों के विदेश में सैर-सपाटे और सैफई महोत्सव के नाम पर बॉलीवुड के जश्न की तीखी आलोचना हम आप भले ही कर लें---अखिलेश सरकार वही करेगी—-जो उसे करना है---यानी मौज---चाहे वो मंत्री हो या संतरी---सब मौज में मस्त---ये मुलायम का समाजवाद है---सभी आलोचक समान---सभी मंत्री समान---मंत्रियों का सैर-सपाटा---मौज मस्ती समान---और जनता का दर्द भी एक समान---।
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