राष्ट्रीय (28/11/2013) 
सभी जिलों में मतगणना की देख रेख के लिये पर्यवेक्षक नियुक्ति की मांग की डॉ. चरणदास महंत ने
रायपुर/28 नवंबर 2013। डाक मतपत्रों और मतगणना में हर जिले में एक विशेष पर्यवेक्षक की नियुक्ति को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त चुनाव आयोग को दो पत्र लिखें हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने लिखा है कि ‘‘सर्वप्रथम मैं आपको छत्तीसगढ़ राज्य में 11 नवंबर और 19 नवंबर को हुये मतदान की शानदार व्यवस्था के लिये बधाई देना चाहता हूं। शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ बड़ी संख्या मं मतदान चुनाव आयोग के द्वारा किये गये अच्छे काम के ही कारण संभव हुआ है अब सब का ध्यान 8 दिसंबर को होने वाली मतगणना की प्रक्रिया की ओर लगा हुआ है। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि मतदान की ही तरह मतगणना की प्रक्रिया उतनी ही सफलतापूर्वक और निष्पक्षतापूर्वक संपन्न करने के लिये हर जिले में एक विषेष पर्यवेक्षक की नियुक्ति का आग्रह करता हूं। सामान्य तथा इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से मतगणना की प्रक्रिया बेहद तेजी से संपन्न होती है लेकिन किसी स्थान में शाम 5 बजे तक मतगणना की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाती तो सावधानी बरत्ते हुये सुरक्षा कारणों से अगले दिन सुबह 8 बजे से मतदान की गणना आरंभ की जाये।’’ डाक मतपत्रों को लेकर उठ रहे मामलों पर चुनाव आयोग का ध्यान आकर्शित करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा है कि ‘‘औसत 700 डाक मतपत्र हर विधानसभा क्षेत्र में है डाक मतपत्रों की बड़ी संख्या को देखते हुये गड़बड़ी की संभावना की जानकारी मिली है। आदर्श स्थिति तो यह होती कि डाक मतपत्रों का प्रयोग करने वाले मतदाता गण, मतदान तिथि या उसके पूर्व अपना वोट डाल देते और मतपत्रों को डाक द्वारा भेज दिया गया होता लेकिन डाक मतपत्रों को मतगणना के 1 घंटे पहले तक प्राप्त करने के प्रावधान में प्रत्याषियों को मतदान सम्पन्न हो जाने के बाद भी डाक मतदाताओं पर दबाव डालने और गड़बडि़या करने की संभावनाएं है। नजदीकी मुकाबलों में जहां हार और जीत का अंतर दो या तीन अंकों के अंतर में हो इससे बहुत स्थिति में परिवर्तन आ जाता है। मेरी चिन्ता का एक और मामला इन डाक मतपत्रों की गणना से भी जुड़ा हुआ है। पूर्व में ऐसे मामले सामने आये है जहां ईवीएम मषीने के द्वारा डाले गये मतो की गणना के बाद डाक मतपत्रो ने चुनाव परिणाम को बदल कर रख दिया। इन मामलों में गड़बडि़यों के आरोप लगे है इन आरोपों से बचने के लिए आग्रह है कि डाक मतपत्रो की गणना ईवीएम मशीनों के वोटो की गणना ही पहले कर दी जायें।’’
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