राष्ट्रीय (18/11/2013) 
आशिक ने ख़ुदकुशी कर अपनी जीवन लीला ख़त्म की
ज़ात-बिरादरी का भेद-भाव और ऊँच-नीच जैसी रुढ़िवादी सोच के चलते अपनी प्रेमिका को हासिल करने में नाकाम रहे एक आशिक ने ख़ुदकुशी कर अपनी जीवन लीला ख़त्म कर ली.. मामला गाज़ियाबाद के सिहानिगेट थाना क्षेत्र  का है.. यहाँ लोहिया नगर इलाके में रह रहे अनिल नाम के नौजवान का शव उसके कमरे में मिला.. अनिल ने पंखे के कुंडे से रस्सी का फंदा लगाकर ख़ुदकुशी कर ली.. उसके कब्ज़े से दो सुसाइड नोट भी मिले हैं जिनमे एक उसने अपने पिता को लिखा है.. २२ साल का अनिल मूलरूप से वाराणसी का रहने वाला था.. वो यहाँ रहकर एक इंश्योरेंस कम्पनी में बतौर सेल्स एग्जीक्यूटिव जॉब कर रहा था.. वो लोहियानगर में अपने बॉस के दिए फ्लैट में अकेला रहता था.. सुबह जब वो ऑफिस नही पंहुचा तो उसके साथी कर्मचारियों ने उसे कॉल किया.. कोई रिस्पोंस ना मिलने पर एक सीनियर कर्मचारी घर पंहुचा तो उसकी लाश मिली.. अनिल वाराणसी में रहने वाली एक लड़की से मोहब्बत करता था.. चुकी लड़की किसी और जाती से थी इसलिए लड़के के घर वाले दोनों की शादी के लिए तैयार नही थे.. अपने सुसाइड नोट में अनिल ने अपनी मौत की वजह भी लिखी है.. आज उसकी प्रेमिका की शादी कहीं और हो रही है, इसलिए उसने ख़ुदकुशी कर ली.. उसने अपने पिता को संबोधित ख़त में ये भी लिखा है, कि वो चाहता तो लड़की से कोर्ट मैरिज कर सकता था लेकिन परिजनों के सामाजिक मान सम्मान को देखते हुए उसने ऐसा नही किया.. उसने सामजिक रुढ़िवादिता और ऊँच-नीच का हवाला भी दिया है, जो उसकी और प्रेमिका के बीच दीवार बना.. 
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