रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राजेश बिस्सा ने क्रेड़ा के अधिकारियों पर चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए राज्य चुनाव आयोग से दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग की है। उन्होने कहा की झूठ की बुनियाद पर खड़े भाजपा सरकार व मंत्रियों में इतना भी नैतिक साहस नहीं बचा है कि वो आत्मविश्वास के साथ खड़े होकर स्पष्टिकरण दे सकें। बिस्सा ने बताया की अध्यक्ष छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने राज्य की रमन सरकार द्वारा झूठी प्रशंसा पाने के लिये राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व राज्य सभा के नाम का दुरुपयोग करने, एनजीओ के द्वारा प्राप्त पुरस्कारों को केंद्र सरकार द्वारा प्रदत्त बताते हुए झूठी वाहवाही लूटने का प्रयास के आरोप चुनावी पत्रिका प्रकाशित कर लगाये थे उसका उत्तर भाजपा प्रवक्ता या मुख्यमंत्री जिनके अधीन उर्जा विभाग भी है को देना था लेकिन बचाव में अधिकारियों को मैदान में उतरना पड़ा जो कि चुनाव आचार संहिता का घोर उल्लंघन व दुर्भाग्यपूर्ण है। बिस्सा ने कहा की प्रदेश अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत के निर्देशानुसार मैं चौबिसों घण्टे राजधानी में उपलब्ध हूं भाजपा सरकार , संगठन व उसके चापलूस अधिकारी जो चाहे प्रेस क्लब के खुले मंच पर खुली बहस का दिन व समय तय कर लें। छत्तीसगढ़ की जनता चाहती है कि इस पर बहस हो ताकि राज्य सरकार का असली चेहरा सामने आ सके। बिस्सा ने कहा की छत्तीसगढ़ कांग्रेस की पत्रिका “परिवर्तन लाईये छत्तीसगढ़ बचाईये” में एक एक पुरस्कार की वास्तविकता क्या है का पूर्ण विवरण दिया हुआ है अधिकारियों ने उनके आधार पर स्पष्टीकरण देने के बजाऐ केंद्रिय मंत्री पर आपत्ती उठाई है जबकि अध्यक्ष छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस व केंद्रिय मंत्री कृषि अलग अलग पद होते हैं। बिस्सा ने कहा की हमने चालिस से अधिक पुरस्कारों पर प्रश्नचिंह लगाया है भाजपा संगठन या सरकार हर पुरस्कार पर स्पष्ट मत सामने रखे कुछ बिंदुओं को लेकर भ्रामक स्पष्टिकरण का कोई औचित्य नहीं है। |