राष्ट्रीय (21/08/2013) 
करोड़ों की लागत से तैयार लुधियाना सब्जी मंडी की बिगड़ती हालत प्रशासन की नाकामी
करोड़ों  की लागत से तैयार हुई लुधियाना की नयी  सब्जी मंडी  कहने को एशिया की दूसरी सबसे बड़ी सब्जी मंडी  असलियत में एक दर्जे की पिछड़ी हुई एमंडी प्रशासन की बद्नितियो की शिकार एठेकेदारी प्रथा का डंक झेल रही और गरीब प्रवासी मजदूरों की बेबसी और आढ़ती लोगो की नाकामयाबी की वजह से आज के इस दौर की दौड़ में फेल हो गयी है !

रोजाना मंडी  के किसी न किसी मोड़ पे कोई न कोई गरीब मजदूर ठेकेदारों से पिट रहा होता है !तो दूसरी और मंडी बोर्ड की तरफ से नित नए लगाये जाने वाले टैक्स या फिर पर्ची सिस्टम की वजह से कोई कामगार किसी अफसर की डांट  खा रहा होता है !

ठेकेदार के ५०.६० बाउंसर पूरी सब्जी मंडी  की गश्त करते है !और हर तरीके से पैसा इकठा करते है चाहे जायज़  या नाजायज़ तरीका !इकठे घुमते हुए बाउंसर पहलवानों के सामने कोई भी ऊंची आवाज़ में बात नहीं कर सकता  !अपना नाम न बताने की शर्त में कुछ बड़े लोग ये बात स्वीकार करते हैं की ठेकेदारों को ऊपर से संरक्षण प्राप्त है जिनके बिना पर बाउंसर लोग हर गैरवाजिब तरीका इस्तेमाल करने को भी नहीं जिझ्कता !
आज २१.८.१३ की सुबह जब मंडी  बोर्ड की तरफ से  मंडी  परिसर  के अंदर दाखिल होने के लिए लगी गेट पर्ची को लाकर ठेकेदारों ने फिर से गरीब सब्जी बेचने  वालों की पिटाई कर दी !जवाब में मजदूर संगठन ने मंडी गेट पर चक्का जाम करने की कोशिश करी !

जाम हटवाने के लिए प्रशासन को पुलिस की मदद लेनी पड़ी !पुलिस ने ठेकेदारों के खिलाफ करवाई करने का आश्वासन दिया !मंडी बोर्ड के अफसर और पुलिस के समझाने के बाद मजदूर संगठन ने चक्का जाम तोड़ दिया लेकिन साथ ही ये भी घोषित कर दिया की अगर जल्दी ही कोई पुलिस कारवाई इस गुंडागर्दी के खिलाफ नहीं हुई तो फिर से मजदूर और टेम्पोएरेहड़ीएफड़ी  यूनियन भी चक्का जाम करेंगे और कामकाज ठप कर देंगे !

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