राष्ट्रीय (30/06/2013)
राज्य को शीघ्र 9.6 करोड़ रुपये की हस्तशिल्प एवं हथकरघा परियोजना मिलेगी-HP
प्रदेश सरकार ने राज्य में हस्तशिल्प एवं हथकरघा गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए 9 करोड़ रुपये की हथकरघा समूह परियोजना केन्द्र सरकार को स्वीकृति के लिए प्रेषित की है। यह जानकारी उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने गत सांय यहां हिमाचल प्रदेश राज्य हथकरघा एवं हस्तशिल्प निगम के निदेशक मंडल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। अग्निहोत्री ने निगम की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि निगम द्वारा इस माह की 25 तारीख तक 6 करोड़ रुपये का विक्रय दर्ज किया गया है जो कि मई 2013 के दौरान हुए 3.08 करोड़ रुपये के विक्रय से लगभग दोगुना है। उन्होंने कहा कि घुमारवी-बिलासपुर क्षेत्र के लिए भी 60 लाख रुपये की रेशम परियोजना भारत सरकार को स्वीकृति के लिए भेजी गई है। इस परियोजना को शीघ्र स्वीकृति मिलने की संभावना है। अग्निहोत्री ने कहा कि भारत सरकार के विकास आयुक्त (हस्तशिल्प) ने 6 प्रदर्शनियां प्रायोजित की हैं जो जयपुर, उदयपुर, हिसार, वाराणसी और आगरा में आयोजित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनियां राज्य से बाहर प्रदेश के हस्तशिल्प एवं हथकरघा उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए बेहतर मंच उपलब्ध करवांएगी। उद्योग मंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा ऊना के लिए एक गांधी शिल्प बाजार भी स्वीकृत किया गया है। शिल्प बाजार का आयोजन इस वर्ष के नवम्बर माह के दौरान किया जाएगा। इस बाजार में देश भर के करीब 100 बुनकर और कारीगर भाग लेंगे। हिमाचल प्रदेश राज्य हथकरघा एवं हस्तशिल्प निगम के प्रबन्ध निदेशक डा. ललित मोहन ने बैठक की कार्रवाई का संचालन किया तथा निगम की विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। निदेशक मंडल के गैर सरकारी निदेशकों ने भी इस अवसर पर अपने बहुमूल्य सुझाव दिए। अतिरिक्त मुख्य सचिव, उद्योग डा. पी.सी. कपूर, निदेशक उद्योग, मोहन चैहान, विशेष सचिव, वित्त, राजेश शर्मा सहित अन्य अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।
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