राष्ट्रपति ने आज राष्ट्रीय महिला आयोग के लिए नए भवन ‘’निर्भया भवन’’ की आधारशिला रखी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने देश के आर्थिक विकास तथा सामाजिक-राजनीतिक दशा को सुधारने में निर्णायक भूमिका निभाती रही हैं। इसी अवसर पर महिला और बाल विकास राज्य मंत्री, कृष्णा तीरथ ने कहा कि सरकार ने महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए समन्वित बाल विकास सेवा योजना (आईसीडीएस) का नवीनीकरण, पंचायतों में महिलाओं के लिए आरक्षण, आदि जैसे विभिन्न उपाय अपनाए हैं। हमारे देश में महिलाओं को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है तथा उनके विरूद्ध की गई हिंसा सबसे बड़ी चुनौती है जो कि बालिका के जन्म लेने से पहले ही शुरू हो जाती है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई नियम, अधिनियम एवं कानून बनाए गए हैं किंतु समाज को मिलकर कार्य करने तथा आगे बढ़ने की आवश्यकता है। उन्होंने महिला सशक्तीकरण के प्रति गैर-सरकारी संगठनों द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष, ममता शर्मा ने महिलाओं के प्रति संवेदना महसूस करने के लिए राष्ट्रीय महिžला आयोग द्वारा किए गए विभिन्न प्रयासों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ‘महिला अधिकार अभियान’ से कार्यस्थलों पर यौन प्रताड़ना के बारे में जागरूकता बढ़ी। देश के दूर-दराज क्षेत्रों में महिलाओं को सामाजिक-आर्थिक सहायता भी मुहैया की जा रही है। |