केन्द्रीय संस्कृति श्रीमती चन्द्रेश कुमारी कटोच ने कहा कि संस्कृति के क्षेत्र में अभिनवता और उद्यमिता की काफी संभावना है। कला के इतिहास, संरक्षण और संग्रहालय-विज्ञान के राष्ट्रीय संग्रहालय संस्थान के 10वें दीक्षांत समारोह को आज यहां संबोधित करते हुए श्रीमती कटोच ने कहा कि जिस प्रकार हमारा देश आगे बढ़ रहा है, निश्चित तौर पर अवसरों का भी निरंतर विस्तार होगा। विभिन्न पाठ्यक्रमों के माध्यम से उत्तीर्णता प्राप्त करने वाले छात्रों का आह्वान करते हुए संस्कृति मंत्री ने कहा कि उन्हें ट्रस्टीशिप के उत्साह के साथ काम करना होगा और अपनी जड़ों के प्रति महत्वपूर्ण योगदान देना होगा। दीक्षांत समारोह में अपने भाषण में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ. शशि थरूर ने कहा कि विरासत पर्यटन को निश्चित तौर पर विकसित किया जाना चाहिए और उसे एक संगठित उद्योग के रूप में मान्यता दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के पर्यटन को कुल मिलाकर विकास संबंधी रणनीति के एक हिस्से के रूप में लिया जाना चाहिए। इस अवसर पर कटोच ने छात्रों को डिग्रियां सौंपी। दीक्षांत समारोह में संस्कृति सचिव संगीता गैरोला और राष्ट्रीय संग्रहालय संस्थान के कुलपति डॉ. वी वेणु भी उपस्थित थे। |