रेलवे में घूसकांड मामले में पल्ला झाड़ने वाले रेल मंत्री पवन बंसल अब बैकफुट पर नजार आ रहे हैं। खबर है कि मामले को तूल पकड़ता देख रेल मंत्री ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर इस्तीफे की पेशकश की है। इस बीच यह भी खबर है कि शनिवार की शाम कांग्रेस कोर कमिटी की बैठक होगी, जिसमें पवन बंसल के मामले पर विचार होगा। सियासी मोर्चे पर चौतरफा घिरी यूपीए सरकार की मुश्किलें इस बार रेल मंत्री पवन बंसल के भांजे ने बढ़ा दी हैं। रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने शनिवार को कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि उनके भांजे व्यवसायी विजय सिंगला ने कथित तौर पर एक रेलवे अधिकारी से प्रोन्नति के नाम पर 90 लाख रुपये की रिश्वत ली।उन्होंने इस मामले में खुद को पूरी तरह निर्दोष बताया। सिंगला तथा तीन अन्य की इस मामले में शनिवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा गिरफ्तारी के बाद बंसल ने एक बयान जारी कर कहा, "चण्डीगढ़ में मेरी बहन के बेटे के आवास पर शुक्रवार को हुई छापेमारी की घटना के संबंध में मेरा कहना है कि मुझे इस मामले की कोई जानकारी नहीं है।" बंसल ने यह भी कहा, "रिश्तेदार मेरे आधिकारिक कार्यो में हस्तक्षेप नहीं करते और न ही निर्णयों को प्रभावित करते हैं।" उन्होंने दावा किया कि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है और न ही भांजे से कोई वित्तीय लेनदेन है। बंसल ने अपने सार्वजनिक जीवन में अधिक शुचिता बनाए रखने का दावा किया और इस मामले की सीबीआई द्वारा जल्द जांच पूरी किए जाने की उम्मीद जताई। बंसल के भांजे सिंगला तथा एक रेलवे अधिकारी सहित तीन अन्य के खिलाफ शुक्रवार रात सीबीआई ने मामला दर्ज किया था। उन्हें शनिवार को गिरफ्तार किया गया। सिंगला पर रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी से प्रोन्नति के नाम पर 90 लाख रुपये लेने का आरोप है। |