दिल्ली के गांधीनगर में हैवानियत का शिकार हुई 5 साल की मासूम बच्ची की हालत गंभीर बनी हुई है, बच्ची को अब एम्स में शिफ्ट कर दिया गया है, हालांकि स्वास्थ्य मंत्री एके वालिया का कहना है कि फिलहाल बच्ची की हालत पहले से बेहतर है... दिल्ली के गांधीनगर इलाके में 5 साल की एक मासूम 15 अप्रैल को घर के पास ही खेलते हुए अचानक गायब हो गई,दो दिन बाद जब वो मिली तो उसकी हालत देख कर सब कांप गए,बलात्कार के बाद हैवान ने मासूम की जिंदगी छीनने की कोई कसर नहीं छोड़ी थी, बलात्कार का आरोप बच्ची के पड़ोसी पर लगा है, जो किराएदार के तौर पर रहता है,गंभीर हालत में जख्मी बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, उसका ऑपरेशन हुआ तो उसके पेट से मोमबत्ती और तेल की शीशी निकली, पूर्वी दिल्ली के एक अस्पताल के आईसीयू में भर्ती मासूम की हालत बेहद नाजुक है, हैवान ने बच्ची को दो दिनों तक कमरे में बांधकर रखा. बच्ची के साथ बलात्कार किया और फिर ब्लेड मारकर उसकी जान लेने की कोशिश की,गायब होने के 2 दिन बाद यानी 17 अप्रैल को मासूम बच्ची जहां से मिली, वो पड़ोसी का ही एक घर था. बच्ची के दर्द से कराहने की आवाज सुनकर लोगों ने पड़ोस के घर का ताला तोड़ा तो बच्ची खून से लथपथ मिली. बच्ची के हाथ-पैर भी बंधे हुए थे, आरोपी अब भी फरार है.. दिल्ली को फिर दहला देने वाली इस घटना के बाद पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी तक वो दरिंदा पकड़ा नहीं गया है जिसने 5 साल की मासूम बच्ची की जिंदगी तार-तार कर दी, बच्ची इस वक्त अस्पताल में मौत से जंग लड़ रही है,बेटी की हालत देखकर मां-बाप पर क्या गुजरी होगी, वो आप समझ सकते हैं, लेकिन दिल्ली पुलिस ने भी इसके बाद मां-बाप को ही जख्म दिए, रेप पीड़ित बच्ची के रिश्तेदार के मुताबिक पुलिस ने लड़की से हुई हैवानियत की जानकारी मीडिया को न देने की हिदायत दी, पुलिस पर इल्जाम है कि मुंह बंद रखने के लिए पीड़ित के पिता को 2000 रुपये देने की पेशकश की.. एक ओर दिल्ली 'रेप कैपिटल' बन रही है तो दूसरी ओर दिल्ली पुलिस का चेहरा बेनकाब हो रहा है. गांधी नगर में 5 साल की बच्ची से रेप के मामले में विरोध कर रही लड़की को एसीपी बेने सिंह अहलावत ने थप्पड़ जड़ दिया, दिल्ली पुलिस ने एसीपी को सस्पेंड कर दिया है..उधर, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने 5 साल की मासूम बच्ची से बलात्कार की इस घटना को हैवानियत की इंतेहा करार दिया है.
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