नई दिल्ली। श्रीराम जन्मोत्सव लीला समिति, श्रीराम हनुमान वाटिका मंदिर आसफ अली रोड की ओर से रामनवमी के मौके पर रामलीला मैदान में आयोजित भगवान राम के जन्म से पूर्व की लीला में आज को भगवान श्री राम भक्त हनुमान के जन्म होने की लीला हुई। इस दौरान हनुमान जी के नाम के साथ शंकर सुमन, केसरी नंदन एवं पवन पुत्र जुडा होने की लीला का मंचन हुआ। इससे पहले उनकी माता का विवाह हुए बिना उनके जन्म होने की लीला का मंचन किया गया। हनुमान जी की बाल अवस्था की लीला से भी श्रद्धालुओं को रूबरू कराया गया। आज लीला देखने आए अतिथियों का मंदिर के महंत श्रीरामकृष्णदास महात्यागी जी महाराज और समिति के अध्यक्ष सुखबीर “ारण अग्रवाल ने स्वागत किया। इस मौके पर मंदिर के महंत श्रीरामकृष्णदास महात्यागी जी महाराज मचान वाले बाबा ने कहा कि हनुमान जी के जीवन से हमें सेवा करने की सीख मिलती है। हनुमान जी ने संकटके समय भगवान श्रीराम की मदद कर देवी-देवताओं में अपना स्थान स्थापित किया। उसी सेवाएवं मदद के कारण हनुमान जी ही सदियों से पूजा हो रही है। उन्होंने श्रद्धालुओं से आहवान किया कि हनुमानजी ने जिस तरह भगवान श्रीराम की सेवा एव मदद की थी उसी तरह वह अपने माता-पिता की सेवा करें। माता-पिता की सेवा करना भगवान के समान है। मंदिर में नवरात्रा के मौके पर आज भी सैंकडों साधु-संतों ने एक साथ बैठकर श्रीरामयण का पाठकिया है। वह रोजाना पाठ करेंगे। मंदिर में श्रीशतचंडी यज्ञ भी किया जा रहा है।
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