राष्ट्रीय (04/04/2013)
युरोपियन यूनियन के साथ मुक्त व्यापर समझौते का भाजपा विरोध करेगी - राजनाथ सिंह
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने आज नई दिल्ली में भारत और यूरोपियन यूनियन के साथ होने वाले मुक्त व्यापार समझौते पर बड़ा सवाल खड़ा करते हुए कहा की इस प्रकार का एक तरफ़ा समझौता देश की संप्रभुता के साथ खिलवाड़ है ! उन्होंने ने कहा की सरकार को पहले समझौते की शर्तों को सार्वजानिक करना चाहिए और सभी दलों से बातचीत करनी चाहिए ! उन्होंने यह बात कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीण खंडेलवाल के नेत्र्तव में आज भाजपा मुख्यलय में उनसे मिले एक प्रतिनिधिमंडल से बातचीत करते हुए कहा ! उन्होंने ने यह भी कहा की इस प्रकार के समझौते से देश का व्यापार, उद्योग, मजदूर, दवाइयां और अन्य क्षेत्रों का रोज़गार बुरी तरह प्रभावित होगा ! इस से पूर्व कैट के प्रतिनिधिमंडल में जिसमें कैट के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सतीश गर्ग, दिल्ली प्रदेश महामंत्री विजय पाल, राष्ट्रीय मंत्री रमेश खन्ना आदि शामिल थे ने एक विस्तृत ज्ञापन देकर राजनाथ सिंह को बताया की यह मामला अभी वाणिज्य मंत्रालय की संसदीय स्थायी समिति के समक्ष लंबित है और ऐसे में सर्कार द्वारा इस पर जल्दबाजी दिखा कर समझौता करना बेहद बेमानी है ! कैट ने यह भी कहा की इस विषय की गंभीरता को देखते हुए राजनाथ सिंह एन डी ए का एक प्रतिनिधिमंडल लेकर प्रधानमंत्री से मिलें और इस समझौते को स्थगित करने का आग्रह करें ! राजनाथ सिंह ने कहा की मुक्त व्यापार समझौते जैसे संवेदनशील मुद्दे पर पहले देश के हितों का ध्यान रखा जाना बेहद जरूरी है ! इस समझौते से देश का डेरी उद्योग तो बुरी तरह प्रभावित होगा वहीँ दूसरी बड़े उद्योग, लघु एवं माध्यम उद्योग भी बछ नहीं पायेंगे ! क्या हम अपने आर्थिक संसाधनों की बलि चदकर ऐसे समझौते करें जिससे दीसरे देशों को हमारी अर्थव्यवस्था पर हावी होने का मौका मिले ! उन्होंने ने जोर देकर कहा की भाजपा इसका पुरजोर विरोध करती है और इसके लिए जो भी कदम आवश्यक होंगे वो तुरंत उठाये जायेंगे ! इस विषय को लेकर कैट का प्रतिनिधिमंडल आज संसद की लोक लेख समिति के अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी से मिलेगा वहीँ दूसरी और केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल, मार्क्सवादी नेता सीताराम येचुरी, कम्युनिस्ट नेता ए. बी. बर्धन, एवं वरिष्ठ सांसद शरद यादव से मिलकर इस मामले में उनके हस्तक्षेप की मांग करेगा ! |
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