राष्ट्रीय (02/04/2013) 
150 साल में अंग्रेजों ने हमें इतना नहीं लूटा था जितना हमारे अपने लोगों ने लूटा...
लुधियाना: (1 अप्रैल 2013) जन रैली में अन्ना हजारे

अकेले शब्द से परिवर्तन नही होगा, जब तक कथनी और करनी को ठीक नही करत हैं तब तक समाज की समृद्धि नही.
क्या हम राजनीति में जाने के लिए कर रहे हैं , जब तक जीना है समाज और देश के लिये , देश और समाज के लिए मर जाएग ... देश के लिये शादी नही किये..... बैंक बैलेंस नहीं, राष्ट्रपति से मिला पदम भूषण , 55 लाख नकद पुरस्कार मिला जिसका न्यास (Trust) बना दिया .... जिसके ब्याज से हर साल 30-35 गरीब बच्चों की शादी किये ...... आनंद मिलता है .....

एकता तो होना आवश्यकता है, मालिक (प्रजा) सेवक (सरकार) को वापस भुला सकता है . सेवक (सरकार) अगर अच्छा नहीं टो लो bula .... असंभव नही ..... जनता मलिक .... कुंजी जनता के वापस हाथ में है (मतदान की) .... झूठा, आपराधिक, गुंडा लोगो को वोट नही....

.. पंजाब में हर साल 60000 जवान रिटायर  होते हैं लड़ाई शुरू करने की आवश्यकता… घर के दुश्मन बाहर के दुश्मन से अधिक खतरनाक हैं ... एक ही रंग हैं मिश्रण हो जाते हैं 

मेरे साथ कोई आये या ना आये अन्ना अकेले चलो  के नारा के साथ आगे जाना होगा.  मैं मंदिर में सोता हूँ .... रोटी भूमि पर  खाता हूँ ..... अहंकार नही .... दाग नही जीवन में .... वातानुकूलित में नींद की गोली खा के नही सोना .... समाज और देश के लिए मरने वाले कभी नहीं मरते हैं.
150 साल में अंग्रेजों ने हमें इतना नहीं लूटा था जितना हमारे अपने लोगों ने लूटा... 

इस अवसर पर श्री अन्ना ने मुकेश कुमार को एक त्रि चक्र (Tricycle) का दान दिया एक विकलांग संघ के सदस्य है.

----संदीप कुमार मदान

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